ज्ञान भंडार

अकाली चले कारतूस, अब तो भाजपा को भी अकालियों पर नहीं रहा भरोसा

लुधियाना- गुरदासपुर : गुरदासपुर लोकसभा उपचुनाव में एक बार फिर कांग्रेस प्रत्याशी और सूबा प्रधान सुनील जाखड़ ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर निशाना सादा। उन्होंने पूर्व सीएम पर तंज कसते हुए कहा जो अकाली नेता अपने होटल सुखविलास का एक रात का किराया पाँच लाख रुपए लेता हो, उसे किसानों के लिए दो लाख रुपए की कर्जा माफी कम ही लगेगी। पिछले 10 सालों में माफिया राज की पुशतपनाही करके सूबे को तबाह करने पर सुखबीर सिंह बादल पर तीखा हमला करते सुनील जाखड़ ने कहा कि यदि अकाली खजाने में कोई पैसा छोड़ कर जाते तो कांग्रेस सरकार किसानों और समाज के अन्य वर्गों के भले के लिए इस से भी अधिक कदम जरूर उठाती। जिक्रयोग है कि सुखबीर द्वारा किसानों की कर्जा माफी को मामूली बताया गया था। गुरदासपुर लोक सभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार ने सूबे में अमन -कानून की व्यवस्था को तहस -नहस करके जंगल राज्य कायम करने के बाद जब्र विरोधी रैली करने के लिए सुखबीर बादल की खिल्ली उड़ाई।
गुरदासपुर क्षेत्र में वर्करों के साथ श्रंृखलावद्ध मीटिंग दौरान अपने संबोधन में श्री जाखड़ ने कहा कि अकाली -भाजपा की तरफ से चाहे एकजुटता का दिखावा किया जा रहा है परन्तु वास्तव में इन दोनों पार्टियाँ के बीच सब कुछ अच्छा नहीं है और न ही इनको लोगो की नब्ज की कोई समझ है। पंजाब कांग्रेस के प्रधान ने कहा कि विधान सभा मतदान में अकाली दल को तीसरे स्थान पर सब्र करना पड़ा और भाजपा को भी इस बात का एहसास हो गया है कि बादलों और अकालियों ने पंजाब के पल्ले भूसा भी नहीं छोड़ा। श्री जाखड़ ने कि बीते दिन अकाली -भाजपा की रैली दौरान प्रकाश सिंह बादल की गैर -मौजूदगी दर्शाती है कि सुखबीर अकाली दल पर पूरी तरह काबिज हो गया है और अकाली दल सूबे को अपनी, तबाहपूर्ण नीतियों से अराजकता की तरफ धकेलने के बाद स्वयं डावांडोल हो गया। सत्ता के अहंकार में चूर बादलों पर बरसते श्री जाखड़ ने कहा कि लोगों की जरूरतों को मिट्टी -धूल में मिलाने वाले अकालियों ने सत्ता का जी भर कर दुरुपयोग करते अकाली लीडरशिप की हाँ में हाँ न मिलाने वाले लोगों को झूठे मामलों में फसाया हैं। उन्होंने कहा कि बादलों ने सूबो का कुछ भी रहने नहीं दिया और रेत -बजरी से ले कर बसों पर काबिज हो कर हर व्यापार को बुरी तरह ठेस लगार्ई।
श्री जाखड़ ने कहा कि यदि पंजाब में पिछले 10 सालों दौरान सूबे में सत्ता की बागडोर कैप्टन अमरिंदर सिंह के हाथ में होती तो पंजाब की छवि कुछ ओर होनी थी और इसे एक विकसित सूबा बनाया होता। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने पिछले छह महीनों में बहुत क्षेत्रों में बड़ी तबदीलियाँ लाईं हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की कर्जा माफी और ट्रकों यूनियनों को खत्म करके जत्थेदारों के एकाधिकार को तोडऩा मौजूदा सरकार की मिसाली प्राप्तियाँ हैं। श्री जाखड़ ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस सरकार ने उद्योग के लिए पाँच रुपए प्रति यूनिट बिजली, शगुन राशि में बढोतरी और बुढापा पैंशन बढ़ाने जैसे कई बड़े कदम उठाए हैं। गुरदासपुर के विकास का जिक्र करते श्री जाखड़ ने कहा कि वह स्थानीय मुद्दों को मुख्यमंत्री के पास उठाने के अलावा संसद में भी उठाएंगे। उन्होंने कहा कि संसद सदस्यों को मिलता अनुदान ही काफी नहीं बल्कि केंद्र सरकार को पंजाब के सरहदी पट्टी के नाजुक मुद्दों को सुलझाने की जरूरत है और गुरदासपुर सरहदी क्षेत्र का अहम हिस्सा है। उन्होने कहा कि पंजाब से हुई बेइन्साफी के लिए वह मोदी सरकार समक्ष रोष जाहिर करेंगे।

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