अद्धयात्म

आखिर क्यों 7 नंबर को माना जाता है इतना ज्यादा लकी

आज हम आपको इस नंबर के पीछे का शास्त्र बताएंगे कि आखिर इतने सारे नंबर में केवल नंबर 7 ही क्यों इतना अहम माना जाता है. आप सभी ने देखा होगा कि नंबर 7 को बेहद लकी माना जाता है, लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि लोगों को नंबर 7 इतना लकी क्यों लगता है.

कई दफा देखा गया है कि लोग अकसर नंबर 7 को अपना लकि नंबर बताते हैं तो कई अपनी जन्म तिथि की तारीख को शुभ नंबर मानते हैं.

बता दे कि अंकशास्त्र में भी इस नंबर को लकी माना गया है. कई शुभ काम में इस अंक का उपयोग होता है, लेकिन आखिर ऐसी क्या खास बात है इस नंबर 7 में जो इसे इतनी ज्यादा अहमियत दी जाती है.

तो आइए जानते हैं. 

अंकशास्त्र की माने तो अगर किसी व्यक्ति को एक ही अंक हर जगह बार-बार दिखे तो इसे केवल किस्मत नहीं बल्कि एक महत्वकांशी अंक माना जाना चाहिए. किसी न किसी कारण से एक ही नंबर का दिखना व्यक्ति को उनके भविष्य के बारे में संकेत देता है, जिसे अकसर हम सभी अनदेखा कर देते हैं और ऐसा करने अंत में हमारे लिए ही हानिकारक हो जाता है.

अंकशास्त्र का कहना है कि अगर व्यक्ति उस संकेत को ना समझ पाए तो उसके साथ कुछ बुरा होने की संभावनाएँ बड़ जाती हैं.

अगर आपको बार-बार नंबर 7 का अंक दिख रहा है तो इसका मतलब होता है कि आप अपने लक्ष्य को पाने के लिए जिस राह पर चल रहे है, वह एकदम सही है. लेकिन कई बार लोग इस संकेत को नहीं समझ पाते हैं और अपना रास्ता बदल कर अपना नुकसान कर बैठते हैं.

अगर आप कोई कार्य कर रहे हो और नंबर 7 आपके सामने आ रहा है तो ये आपकी सफलता की ओर संकेत कर रहा है. हमारी तो आप सभी को यही राय होगी कि इसे अनदेखा ना करें. जिस काम की ओर आप बढ़ रहे हैं, वो जल्द ही पूरा हो जाएगा.

इसके अलावा अगर आपको 777 अंक दिख रहा है तो इसका अर्थ होता है कि आपके साथ कोई दैवीय शक्ति है, जो हर कदम पर आपकी मदद करने के लिए तैयार हैं. इन सभी बातों को महत्व देते आए हैं हमारे पूर्वज, यहाँ तक कि यह अंक ना केवल हिंदू धर्म में बल्कि इसलाम में भी अहम माना गया था. और तभी अंक 786 की शुरुआत नंबर 7 से होती है.

इस अंक को महत्व इसके पीछे छुपी शक्तियां देती हैं. कहा जाता है कि अगर यह अंक किसी को चाहे तो करोड़पति भी बना सकता है.

साथ ही इस अंक का जिक्र होली बाइबल में भी किया गया है. जिसके अनुसार भी यह अंक बेहद लकी माना गया है. बाइबल में लिखा है कि गॉड ने ये दुनिया 6 दिन में बनाई थी जिसके बाद उन्होंने सातवें दिन आराम करने का जिक्र किया है. इसके अलावा बाइबल में नंबर 7 को परफेक्शन और कम्प्लीशन का संकेत बताया गया है. नंबर 7 का जिक्र लगभग दुनिया के हर धर्म में किया गया है और इसे सभी जगह लकी ही बताया गया है.

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