संपादकीय

आतंक को ढोने वाले पाकिस्तान की हुई किरकिरी

terror_57f2355dc083fआतंकी भारत पर चौतरफा हमले की तैयारी में हैं। ऐसे में भारत में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है लेकिन भारत पर होने वाले ये हमले पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा किए जा रहे हैं या फिर पाकिस्तान की सेना सीज़फायर का उल्लंघन कर रही है। भले ही पाकिस्तान लाख मना कर ले कि आतंक को समर्थन करने में उसका हाथ नहीं है और भारत पर होने वाले आतंकी हमलों में उसका हाथ नहीं है लेकिन अब यह साबित हो रहा है कि उसकी की धरती पर उसी के समर्थन से आतंकी कैंप चल रहे हैं और वह आतंकियों को घुसपैठ करवाता रहा है।

पाकिस्तान ने भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राईक को भी नकार दिया है। दरअसल वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नहीं चाहता कि उसे आतंक के वाहक के तौर पर देखा जाए। वह चीन के समर्थन से भले ही अब तक भारत को धमकियां देता रहा है लेकिन आतंक को ढोने वाला पाकिस्तान खुद ही बर्बादी की कगार पर बैठा है। जिस तरह से वह सीमा पार से भारत की ओर फायरिंग कर रहा है और पाकिस्तान की ओर से आतंकी थल मार्ग और समुद्री रास्तों से भारत की सीमाओं में दाखिल हो रहे हैं।

इन सभी के पास पाकिस्तानी सामग्री, मसलन पाकिस्तानी बोट, पाकिस्तानी जूते, आदि मिलते रहे हैं, जिससे आतंकियों को पाकिस्तान द्वारा सहायता किए जाने की बात जाहिर होती है। जिस तरह से सार्क देशों ने पाकिस्तान में सम्मेलन के आयोजन पर उसमें शामिल न होने का निर्णय लिया उससे पाकिस्तान पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का दबाव बढ़ रहा है।

अमेरिका को पाकिस्तान में आतंकी होने के सबूत कई बार दिए गए हैं और अब अमेरिका भी यह मानने लगा है कि पाकिस्तान आतंकवाद का पौषक है फिर पाकिस्तान द्वारा अमेरिका के बताए अनुसार आतंकवाद के विरूद्ध कार्रवाई तक नहीं की गई। पाकिस्तान अपनी परमाणु हथियार सामग्री और कुछ फौजी क्षमता के साथ सीमा पर दम दिखा रहा है लेकिन इसमें भी वह आतंकियों को आगे कर रहा है। आखिर पाकिस्तान कब यह समझेगा कि वह जिस आतंकवाद को ढो रहा है वह उसके लिए ही खतरा बनता जा रहा है।

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