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आत्मरक्षा में मुन्ना बजरंगी की पिस्तौल छीनकर चलाई गोली : सुनील राठी


बागपत : मुन्ना बजरंगी की हत्या में जेलर द्वारा नामजद किये गए कुख्यात बदमाश सुनील राठी ने पूछताछ में अफसरों को बताया कि उसने आत्मरक्षा में मुन्ना बजरंगी से पिस्तौल छीनकर उस पर गोली चलाई। सुनील राठी ने बताया कि सुबह के वक्त हम कई लोग बाहर बैठकर चाय पी रहे थे। तभी वहां मुन्ना बजरंगी आ गया। मैने उसे चाय ऑफर की तो वह भड़क गया और चाय में जहर देकर मारने का आरोप लगाते हुए गाली-गलौज करने लगा। मैंने विरोध किया तो उसने मुझ पर पिस्टल तान दी। इसके बाद मैंने उससे पिस्टल छीनकर आत्मरक्षा में उसे गोलियों से भून दिया। हालांकि कोई भी अधिकारी सुनील राठी के इस बयान की पुष्टि नहीं कर रहा है।

गौरतलब है कि तीन दशक तक पुलिस की नाक में दम रखने वाले पूर्वांचल के माफिया डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की सोमवार को दिन निकलते ही बागपत जिला जेल में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। इससे पूरे सूबे में सनसनी फैल गई। बजरंगी को सिर समेत पूरे शरीर में दस गोलियां मारी गईं। पुलिस के अनुसार कुख्यात बदमाश सुनील राठी और उसके साथियों ने बजरंगी की हत्या की है। जेल के एक गटर से पिस्टल बरामद हो गई है। मुन्ना बजरंगी को रविवार देर शाम झांसी जेल से बागपत लाया गया था। यहां बड़ौत से पूर्व बसपा विधायक रहे लोकेश दीक्षित से रंगदारी मांगने के मुकदमे में बागपत कोर्ट में सोमवार को उसकी पेशी थी।

पुलिस ने बताया कि सुबह तकरीबन छह बजे तनहाई बैरक में बंद वेस्ट यूपी के कुख्यात बदमाश सुनील राठी, मुन्ना बजरंगी व कई अन्य बंदी बैरक के बाहर स्टूल पर बैठे चाय पी रहे थे। इसी बीच किसी बात को लेकर मुन्ना बजरंगी व सुनील राठी में कहासुनी हो गई और सुनील राठी ने पिस्टल निकालकर मुन्ना बजरंगी को गोलियों से भून डाला। पुलिस ने बताया कि देर शाम जेल में ही एक गटर से 0.32 बोर का पिस्टल बरामद कर लिया गया है। इसी पिस्टल से हत्या बताई जा रही है। भाजपा विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में मुख्य अभियुक्त रहे बजरंगी की हत्या से बागपत से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मच गया। करीब तीन घंटे तक जेल में पड़ताल के बाद डीएम व एसपी ने मीडिया को घटनाक्रम की जानकारी दी कि मुन्ना बजरंगी को करीब दस गोलियां लगी हैं। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पिस्टल की बरामदगी को सर्च ऑपरेशन जारी है। सुनील राठी द्वारा हत्या की बात कही जा रही है, जिसकी पड़ताल जारी है। बजरंगी के शरीर पर गोलियों के नौ घाव हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रमुख सचिव गृह ने अरविन्द कुमार ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि हत्याकांड में लापरवाही के लिए प्रथमदृष्ट्या दोषी पाए गए बागपत के जेलर उदय प्रताप सिंह, डिप्टी जेलर शिवाजी यादव, हेड वार्डन अरजिंदर सिंह व वार्डन माधव कुमार को निलंबित किया गया है।

घटना की मजिस्ट्रियल जांच बागपत के एडीएम को सौंपी गई है।उन्होंने बताया कि न्यायिक अभिरक्षा में होने वाली मौत के मामलों में कार्रवाई के संबंध में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के स्पष्ट दिशा-निर्देश हैं। घटना के बारे में एनएचआरसी को सूचित भी कर दिया गया है। घटना की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। शव का पंचनामा कराकर डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। दूसरी ओर लखनऊ में एडीजी जेल चंद्र प्रकाश ने भी इस घटना को जेल की सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक का परिणाम बताया है। सुरेश कुमार सिंह बागपत के नये जेलर बनाए गए हैं। वहीँ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जेल के अंदर हत्या की घटना बेहद गंभीर मामला है। घटना की न्यायिक जांच कराने और जेलर को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं। हत्याकांड की गहराई से जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करेगी। मुख्यमंत्री सोमवार सुबह मुरादाबाद में थे। घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने प्रमुख सचिव गृह और डीजीपी ओपी सिंह से बातचीत की।

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