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इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर प्रोग्राम के लिए साल 2018 से होगा कॉमन एंट्रेंस एग्जाम

आईआईटी, एनआईटी की तर्ज पर देशभर के विभिन्न इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर प्रोग्राम के लिए शैक्षणिक सत्र 2018-19 से सिंगल कॉमन एंट्रेंस एग्जाम होगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन को इस संबंध में शुक्रवार को निर्देश जारी कर दिया है। 
खास बात यह है कि मंत्रालय ने राज्य सरकारों के साथ डीम्ड यूनिवर्सिटी प्रबंधन से इस संबंध में और सुझाव भी मांगे हैं। साथ ही ज्वाइंट सीट एलोकेशन सिस्टम के माध्यम से कॉमन काउंसिलिग से भी जुड़ने का आह्वान किया है। सूत्रों के मुताबिक, देशभर के इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर कॉलेजों में बीटेक और बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर में अगले सत्र से अलग-अलग प्रवेश परीक्षा नहीं होगी। बल्कि नीट की तर्ज पर एक सिंगल कॉमन प्रवेश परीक्षा होगी। इसके माध्यम से आगे विभिन्न कॉलेजों में उक्त दोनों ग्रेजुएशन प्रोग्राम में दाखिले होंगे। 

प्रवेश परीक्षा के साथ-साथ कॉमन काउंसिलिंग भी

कॉमन एंट्रेस एग्जाम के साथ मंत्रालय ने देशभर के राज्यों और डीम्ड यूनिवर्सिटी प्रबंधन से अपील की है कि वे प्रवेश परीक्षा के साथ-साथ कॉमन काउंसिलिंग में भी जुड़े। मंत्रालय अभी तक आईआईटी, एनआईटी समेत कुछ साइंस इंस्टीट्यूट के लिए ज्वाइंट सीट एलोकेशन सिस्टम के माध्यम से ऑनलाइन कॉमन काउंसिलिंग भी करवाता है। 

हालांकि इस प्रक्रिया में राज्यों समेत डीम्ड यूनिवर्सिटी प्रबंधन भी जुड़ सकते हैं। इससे छात्रों को सबसे अधिक लाभ होगा। क्योंकि उन्हें अलग-अलग यूनिवर्सिटी में जाकर काउंसिलिंग के लिए नहीं भटकना पड़ेगा। इससे घर बैठे ही देशभर के इंजीनियरिंग व ऑर्किटेक्चर कॉलेजों की जानकारी सिंगल विंडो पर होगी। इससे जहां अभिभावकों पर आर्थिक बोझ कम होगा तो उच्च शिक्षा में दाखिले की प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी।

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