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इस हाईवे के दोनों तरफ है आतंकियों का गढ़, सेना ऐसे करेगी इनका सर्वनाश

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में जवानों पर हुए आत्मघाती हमले के बाद अब आतंकियों को सबक सिखाने की तैयारी सेना कर रही है. सेना ने जम्मू-श्रीनगर के नेशनल हाईवे पर आने वाले ऐसे कई इलाकों की पहचान की है जहां सबसे ज्यादा आतंकी वारदातें हुई हैं.

बताया जा रहा है कि 20 से 25 किलोमीटर का यह इलाका आतंकियों का हॉट बेड कहलाता है. यानी कि 2013 से 2018 तक यहां सबसे ज्यादा सेना पर हमले हुए हैं.
दरअसल, कश्मीर में आतंकी पहले आम लोगों को निशाना बनाया करते थे. लेकिन बाद में उन्होंने अपने हमले का पैटर्न बदला और अब वो सेना और पुलिस के जवानों को निशाना बना रहे हैं.

आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर सेना पर हमला 2013 में नौगाम में हुआ. यहां रोड ऑपरेटिंग पार्टी (ROP)को आतंकियों ने निशाना बनाया.

इस हमले में एक सीआरपीएफ जवान की मौत हो गई थी जबकि एक घायल हुआ था. आतंकी जवानों के हथियार लेकर भी फरार हो गए थे. इसके बाद 2014 में रोड ऑपरेटिंग पार्टी (ROP) पर पुलवामा में दोबारा हमला हुआ. इसमें एक सीआरपीएफ जवान शहीद हुआ तो एक घायल हुआ.

इस रूट पर सेना पर बड़े हमले 2015 में हुए. मई में हलमुल्लाह इलाके में रोड ऑपरेटिंग पार्टी (ROP)पर आतंकियों ने हमला किया. इसमें दो सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए. एक जवान से AK47 रायफल भी आतंकी छीनकर भाग गए थे. फिर अगस्त माह में इसी साल दोबारा चेनानी के नर्सुनाला में आतंकियों ने बीएसएफ के काफिले को निशाना बनाया. इसमें दो जवान शहीद हो गए जबकि 14 घायल हुए थे.

2015 में सबसे बड़ा हमला आतंकियों ने पांपोर में किया. यहां आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाया था. इस हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे.

2016 में भी आतंकियों ने अपनी नापाक हरकत जम्मू-श्रीनगर इलाके में जारी रखी. फ़रवरी में पांपोर में आतंकी हमले में दो सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद मार्च में कूद इलाके में आतंकी हमले में एक जवान और एक आम नागरिक की मौत हो गई. जून में आतंकियों ने इस रूट पर दो बार हमला किया.

पहला हमला पांपोर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुआ जिसमें आठ जवान शहीद हुए. इसके बाद दूसरा हमला इसी माह बेजबेरा में हुआ. जिसमें तीन बीएसएफ जवानों की मौत हो गई. 2017 में बेजबेरा में आतंकियों ने यात्री बस पर हमला कर दिया था. इसमें 7 आम नागरिक मारे गए थे. जबकि 19 को गंभीर चोटें आई थी.

अब दोबारा इसी रूट पर पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ है. जिसमें 40 जवान शहीद हो गए. एनआईए सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा बलों को इस इलाके में मौजूद पुलवामा हमले के 2 मास्टरमाइंड राशिद गाज़ी और कामरान की तलाश कर रही है. यहां मौजूद गांवों में सुरक्षा बल तलाशी अभियान में जुटे हुए हैं. सेना यहां आतंकियों का सर्वनाश करने के लिए जुटी हुई है.

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