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केबीसी के मंच पर सामने आयी वो दिल दहला देने वाली घटना की सुनकर आपकी रूह कांप जाये

नई दिल्ली: केबीसी एक ऐसा मंच है जहाँ देश के वो चुनिंदा लोग देखने को मिलते है जिनका टैलेंट उन्हें खींच लाता है। उनकी प्रतिभा किसी परिचय की मोहताज़ नहीं होती है और प्रतिभाएं भी ऐसी की कहीं देखने को न मिले और बहुत से व्यक्तित्व के धनी। ऐसे ही एक प्रतिभा से मिलकर अमिताभ बच्चन को कहना पड़ गया, “आपको द‍िल से सलाम करते हैं हम सभी।” अमिताभ बच्चन ने उनका परिचय देते हुए कहा, “केबीसी के मंच आने जा रहा है वो मसीहा, जो बच्चियों को देह व्यापार से बचाता है।” केबीसी के मंच पर पहुंचे गुड़िया संस्था के डायरेक्टर अजीत सिंह, ज‍िन्होंने देह व्यापार को रोकने का जिम्मा उठाया है। इस सराहनीय काम के लिए उन्हें राष्ट्रपत‍ि सम्मान समेत कई बड़े-बड़े अवॉर्ड से देश-दुन‍िया में नवाजा गया है। इसके लिए उन्होंने कई बार जान की बाजी भी लगाई है। लेकिन अपने मजबूर इरादों से उन्होंने और उनकी पत्नी सांत्वना दोनों ने हर मुश्किल को पीछे छोड़ द‍िया। कौन बनेगा करोड़पत‍ि के मंच पर अजीत कुमार ने भी गेम शो में ह‍िस्सा लिया। उन्होंने यहां 12 लाख 50 हजार रुपये जीते। लेकिन गेम शो के बीच अजीत स‍िंह ने कई ऐसे किस्से बताये की आपका दिल दहला दे। उन्होंने बताया कि 18 साल की उम्र से मैंने देह व्यापार में फंसी मह‍िलाओं को बचाने का जिम्मा लिया है, आज इस काम को करते हुए 29 साल हो गए हैं। बनारस में रहने वाले अजीत सिंह ने कई रेस्क्यू आपरेशन चलाए हैं, जिसमें कई युवतियों और महिलाओं को देह व्यापार से मुक्त कराया जा चुका है। वो इन्हें बचाने के साथ जीवन में आगे बढ़ने की नई राह भी देते हैं। ये सब सुनकर अमिताभ बच्चन ने उनसे पूछा कि आपने अब तक सबसे कम उम्र की किस लड़की को बचाया है, जो देहव्यापार में फंसी हो? तो उनका जवाब था, “इलाहाबाद से 6 साल की बच्ची को छुड़ाया था। उस बच्ची को लगता था, यही उसका काम है। वो हमारे साथ आने से पहले डर रही थी।” अजीत स‍िंह का ये जवाब सुनकर अमिताभ बच्चन हैरान रह गए। उनके पास कहने को शब्द नहीं थे। लेकिन सवालों का स‍िलस‍िला उन्होंने जारी रखा। इस बीच अजीत स‍िंह ने एक ऐसा केस बताया जो सुनकर दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों के चेहरे पर दर्द साफ छलक आया। अजीत स‍िंह ने बताया, “मैंने एक बच्ची को छुड़वाया जिसे कोठेवाली ने स‍िर पर इतना मारा था कि घाव हो गया था। उस घाव में कीड़े पड़ गए थे। जब हम उसे बचाने पहुंचे तो उसके स‍िर से कीड़े ग‍िर रहे थे। ये देखकर सबकी आंखें भर आईं। लेकिन सबसे ताज्जुब की बात ये थी कि वो इतनी दर्दनाक ज‍िंदगी जीने के बाद भी वहां से मुक्त नहीं होना चाहती थी।” अजीत स‍िंह ने बताया, “उस लड़की को लगता था यही उसकी ज‍िंदगी है।” इस घटना को सुनने के बाद एक सन्नाटा पसरा था। जिसमें कुछ कहने को नहीं था। तभी अजीत स‍िंह के साथ आईं उनकी पत्नी ने बताया, “मेरे स‍िर पर तो बंदूक तान दी गई थी। उन्होंने बताया, हम सब जो काम करते हैं वो आसान नहीं। मेरे पत‍ि को रोकने के लिए एक बार मुझ पर बंदूक तान दी गई। तब भी मैंने यही कहा, आपको जो करना है करो, मरना है तो बच्च‍ियों को बचा कर ही मरेंगे।” अजीत सिंह का अगला लक्ष्य 12 लाख बच्च‍ियों को वेश्यावृत‍ि से निकालना है। उन्होंने बताया सुप्रीम कोर्ट में इसके लिए अर्जी दे दी है, ज‍िसे मंजूर कर ल‍िया गया है। अब बस उन्हें बचाने के काम में अजीत स‍िंह और उनकी संस्था जुटी है।

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