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कौन हैं राजीव कुमार, जिनके लिए धरना पर बैठी ममता बनर्जी

नयी दिल्ली : सीबीआई बनाम ममता विवाद में आज सीबीआई की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट में सीबीआई ने कहा कि पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार सारधा चिटफंड घोटाले की जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसपर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राजीव कुमार को सहयोग करने के लिए कहा जायेगा और कोर्ट ने कहा कि उनकी गिरफ्तारी ना की जाये। राजीव कुमार से सीबीआई के शिलांग कार्यालय में पूछताछ होगी।

सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर ममता बनर्जी ने खुशी जतायी और कहा कि हमारी जीत हुई है। ममता बनर्जी ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर के पक्ष में धरना दिया है और आज धरना का तीसरा दिन है। रविवार रात को सीबीआई की कार्रवाई के बाद जिस तरह से ममता बनर्जी ने हाई फोल्टेज ड्रामे के बीच धरना शुरू किया और राजीव कुमार को दुनिया का सबसे ईमानदार अधिकारी बताया, राजीव कुमार की शख्सीयत रातोंरात खास हो गयी है।

2016 में बने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर
राजीव कुमार 2016 में कोलकाता के पुलिस कमिश्नर बने। उन्हें सुरजीत पुरकायस्थ की जगह कमिश्नर बनाया गया था। वे 1989 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। वे विद्यानगर के पुलिस कमिश्नर भी रह चुके हैं। साथ ही वर्ष 2013 में वे सारधा और रोजवैली घोटाले की जांच के लिए गठित एसटीएफ के चीफ रहे थे। 53 वर्षीय राजीव कुमार आईआईटी रूड़की से कंप्यूटर साइंस से ग्रेजुएट हैं। उनका गृहनगर उत्तर प्रदेश के चंदौसी में है, जहां उनकी मां रहती हैं।उनके पिता कॉलेज प्रोफेसर थे।

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