उत्तर प्रदेशराज्य

गर्मी ने बरपाया कहर, लू लगने से अब तक 6 लोगों की मौत

यूपी के कानपुर शहर में लू की चपेट में आकर हो रही मौतों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। तेज गर्मी और लू से गुरुवार को शहर में युवती समेत छह लोगों की मौत हो गई। लू लगने से 23 मरीजों को हैलट और उर्सला इमरजेंसी में भर्ती कराया गया है। 

लू से मरने वालों में पांच लोगों ने हैलट में इलाज के दौरान दम तोड़ा, जबकि एक की मौत कांशीराम ट्रॉमा सेंटर में हुई। दिनभर झुलसाने वाली गर्मी के बाद शाम को अंधड़ से थोड़ी राहत महसूस की गई। गुरुवार को दिन का तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, रात का पारा गुरुवार को 30 डिग्री सेल्सियस रहा है। ये इस मौसम का सर्वाधिक है। इससे पहले रात का सर्वाधिक तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहा है।

हैलट में भर्ती मूलगंज निवासी चुन्नी (65), मड़ियांव (लखनऊ) की जनार्दन (86), जालौन की सत्यवती (70) और कन्नौज की शमा (27) ने गुरुवार को दम तोड़ दिया।  डॉक्टरों ने इनकी मौत की वजह भीषण गर्मी की चपेट में आना बताया है। बताया है कि दो मरीजों की मौत हीट स्ट्रोक से हुई है। ज्यादा पसीना निकलने और उसके हिसाब से पानी और मिनरल्स न लेने की वजह से एक मरीज की किडनी फेल हो गई थी। उधर, जाजमऊ ताड़बगिया में धूप में काम कर रहे महाराजपुर के सूर्याखेड़ा निवासी रमेश की अचानक तबियत बिगड़ गई। साथी उसे लकर कांशीराम ट्रामा सेंटर पहुंचे, जहां उसकी मौत हो गई। इनके अलावा एक अन्य मरीज उन्नाव निवासी उदित नारायण (70) को मृत अवस्था में हैलट इमरजेंसी लाया गया था। जिसे लू लगी थी। 
हैलट ओपीडी में मरीज देखने के बाद मेडिकल कालेज मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. बृजेश कुमार ने बताया कि हीट स्ट्रोक, पसीना बहुत निकलने के बावजूद पर्याप्त पानी, मिनरल्स न लेने की वजह से इलेक्ट्रोलाइट्स इनबैलेंस, लू लगने, डायरिया, सिर दर्द, बुखार, जी मिचलाना, घबराहट, बेहोशी, झटके लगने आदि लक्षणों वाले मरीज ओपीडी में बढ़ गए हैं। इन मरीजों को दवाएं देने के साथ ही एहतियात बरतने पर जोर दिया गया है।

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