अद्धयात्म

घर के मंदिर में गलती से भी न रखे ये 4 मूर्तियाँ, लाती है बुरा समय और कर देगी आपको कंगाल

हिन्दू धर्म में सभी देवताओं की पूजा करने के अलग अलग विधान है. पूजा करते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए…

धार्मिक ग्रंथो में पूजा करने के लिए कुछ नियम बताये गए है अगर आप इन नियम के हिसाब से पूजा करते है तो ये आपके लिए बहुत शुभ होता है, लेकिन अगर आप इन बातों को नज़र अंदाज करते है तो इससे आपके जीवन में कई तरीके की समस्याए उत्पन्न हो सकती हैं,जो आपके घर और जीवन के लिए हानिकारक हो सकता है.

ऐसी भी मान्यता है कि जिन लोगो के घर में देवी देवताओं की प्रतिदिन पूजा होती है उनके यहाँ सभी देवता निवास करते है और वे उनके पुरे परिवार और घर को बुरी सायों और बुराइयों से बचाते है. और देवी देवताओं की कृपा उस परिवार और घर पर सदा बनी रहती है.

सनातन धर्म में 33 करोड़ देवी-देवताओं का जिक्र किया जाता है, जिनकी बड़े पैमाने पर मूर्तियां बनाई जाती हैं और भारत के अलग अलग जगह सभी राज्यों में प्रसिद्ध मंदिर भी है. मान्यताओं के अनुसार हमें मंदिर में जाकर कुछ देर बैठना चाहिए और ध्यान करने की कोशिश करनी चाहिए.

मंदिर की सीमा के भीतर मौजूद सकारात्मक शक्तियां हमारे शरीर और मस्तिष्क में प्रवेश करती है, और हमारे अंदर सकारात्मक उर्जा का संचार करती है . जब व्यक्ति कोई नया काम शुरू करता है तो उसके पहले या किसी स्थान पर जाने से पहले यह कहा जाता है कि मंदिर के दर्शन करने की सलाह दी जाती है. क्योंकि मंदिर के वातावरण में मौजूद सकारात्मक ऊर्जा आपके मस्तिष्क को स्वच्छ और सजीव कर, आपको सही दिशा में सोचने के लिए विवश करती है और आप सकारत्मक होकर कोई नया काम शुरू कर पाते हैं.

 

 

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