अद्धयात्म

जो व्यक्ति करते हैं ये 5 काम उन्हें कभी नहीं मिलती भोलेनाथ से माफ़ी, भुगतने पड़ते हैं गंभीर परिणाम….

भगवान शिव के गुस्से के बारे में कौन नहीं जानता. जितनी जल्दी शिवजी प्रसन्न होते हैं उतनी ही जल्दी किसी का विनाश भी कर सकते हैं. कहा जाता है की जिस दिन शिवजी ने अपनी तीसरी आंख खोल दी उस दिन सृष्टि का विनाश निश्चित है. कोई कुछ भी कर ले अच्छा या बुरा, भगवान से कुछ नहीं छुपता. इंसान को उसके कर्मों की सज़ा मिल कर ही रहती है. शिवपुराण में कार्य, बात-व्यवहार और सोच से संबंधित 5 पापों का वर्णन किया गया है. कहा गया है अगर मनुष्य ने इनमें से कोई पाप कर दिया तो वह कभी सुखी नहीं रह पाता. हम हम आपको ऐसे ही कुछ पापों के विषय में जानकारी देने वाले है जिसे करने वाले व्यक्तियों को कभी भी भोलनाथ छमा नहीं करते और उन्हें उनके क्रोध का सामना करना पड़ता है |

जानें कौन से हैं वो काम :

1. शिवपुराण में बताया गया है कि भगवान शिव उन लोगों को कभी माफ नहीं करते जो सोच कर पाप करते हैं। अगर आपसे अनजाने में और गलती से कोई पाप हो गया है तो शिवजी कुछ नहीं कहते लेकिन आपने सोच-समझकर कुछ पाप किया है तो फिर आप उनसे नहीं बच सकते। क्‍योंकि वो गलती पाप की श्रेणी में आ जाता है|इसके साथ ही हम आपको बता दे दुःख सिर्फ बात-व्यवहार से नहीं पहुंचाया जाता. किसी के प्रति अगर मन में दुर्भावना है तो उसे भी पाप ही समझा जाता है.

2.शिवपुराण में कहा गया है कि अगर कोई भी व्‍यक्ति किसी दूसरे के पति, पत्नी या धन पर बुरी नजर रखते हैं तो यह भी पाप की श्रेणी में आता है ऐसे अपराध करने वाले को भगवान शिव कभी माफ़ नहीं करते। साथ में यह भी कहा गया है कि किसी का धन लेकर उसे वापस न लौट आना भी पाप की श्रेणी में आता है। अपने गुरु की पत्नी के साथ संबंध बनाना, शराब का सेवन करना या कोई भी दान की हुई वस्तु वापस ले लेना, सब घोर पापों की श्रेणी में आता है. इन सब कामों को करने से बचें अन्यथा भगवान शिव कभी क्षमा नहीं करेंगे.

3. किसी भी गर्भवती महिला को कटु वचन और उसका दिल दुखाना भी अपराध की क्षेणी में आता है। भगवान शिव की नजरों में ये एक अक्षम्य अपराध है।इसके अलावा अपने से कमज़ोर लोगों पर हिंसा नहीं करना चाहिए.मनुष्य को अपने माता-पिता, गुरु और पूर्वजों का अपमान कभी नहीं करना चाहिए. हमेशा उनको इज्ज़त दें. इनका अपमान करना आपको पाप का भागी बनाता है. बच्चे, औरत, जानवरों पर हिंसा करने वाले लोगों को और असामाजिक कार्य में शामिल होने वाले लोगों को भगवान शिव कभी माफ़ नहीं करते.

4.हिन्दू धर्म में स्त्री को माता लक्ष्मी का रूप माना जाता है और शास्त्रों के अनुसार जिस स्थान पर स्त्रियों का सम्मान नहीं होता उस स्थान पर माता लक्ष्मी का वास नहीं होता और इस सम्बन्ध में आचार्य चाणक्य ने भी बताया है की जिस घर में स्त्री का सम्मान नहीं होता उस घर से सभी देवी देवता रूठ जाते है इसलिए जो व्यक्ति स्त्रियों के लिए गलत शब्दों का प्रयोग करते हैं और उनको सम्मान नहीं देते हैं ऐसे व्यक्तियों को भोलेनाथ के क्रोध का सामना करना पड़ता है |

5 शिवपुराण  के अनुसार जो व्यक्ति अत्यधिक लालच करता है या फिर किसी और का धन हड़पना चाहता है और किसी का उधार लिया हुआ धन लौटने में आनी कानी मरता है ऐसे क्तियों को भगवान भोलेनाथ के क्रोध का सामना करना पड़ता है जिसका बुरा परिणाम हो सकता है।

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