अद्धयात्म

मंगल का कुम्भ राशि में गोचर, इन 7 राशि वालों का होगा भाग्योदय, जानें अपनी राशि का हाल

मंगल का कुंभ राशि में गोचर हुआ है। ज्योतिष शास्त्र में मंगल को क्रूर ग्रह की श्रेणी में रखा गया है, जो मनुष्य के शरीर में रक्त का परिचायक है। कुंडली में मंगल ग्रह की दशा और स्थिति जातक के जीवन पर बहुत गहरा असर डालती है।

साल 2019 में मंगल का गोचर इन 2 राशियों को दिलाएगा राजयोग इसलिए जब भी किसी की कुंडली का विश्लेषण किया जाता है या विवाह के लिए कुंडली मिलान किया जाता है तो मंगल की स्थिति अवश्य देखी जाती है। ज्योतिषाचार्य धनंजय पाण्डेय के अनुसार मंगल ग्रह का कुंभ में प्रवेश 6 नवंबर, 2018 (गुरूवार) को सुबह 6 बजकर 49 मिनट पर इस क्षत्रीय ग्रह का गोचर कुंभ राशि में हुआ है।

मेष

मेष राशि में के ग्यारहवें भाव में मंगल का ये गोचर हुआ है। मंगल का यह परिवर्तन इस राशि के जातकों के लिए लंबी दूरी की यात्रा और महत्वकांक्षाओं की पूर्ति को दर्शा रहा है। इस गोचर के दौरान आपको जीवन में कुछ बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। आपको अपने परिजनों का ध्यान रखना होगा और अगर कोई निर्णय लेना है तो पहले गंभीरता से विचार करें। मंगल का यह गोचर आपके लिए वृद्धिकारकर ही रहेगा।

वृष

क्रोधी स्वभाव का मंगल ग्रह आपकी राशि के दसवें भाव में गोचर किया है। गोचर के फलस्वरूप आपको कॅरियर, सामाजिक पहचान और व्यवसाय में सफलता प्राप्त होगी। आपको अपने आसपास के माहौल को लेकर सजग रहना चाहिए। संभवत: कोई आपको हानि पहुंचाने की कोशिश कर सकता है। जो लोग निराशावादी प्रकृत्ति के हों आपको उनसे दूर रहना चाहिए। पत्नी का व्यवहार सहयोगपूर्ण रहेगा, लेकिन हो सकता है कोई आपके भोलेपन का फायदा उठा जाए।

मिथुन

मंगल का यह गोचर आपकी राशि के नौंवे भाव में हुआ है, जो कि आपके भाग्य, शिक्षा और धर्म से संबंधित है। आप किसी खास उद्देश्य के लिए हवाई यात्रा भी कर सकते हैं। लव लाइफ के लिए यह समय बेहतरीन है। आपको आशावादी रहने और सभी के साथ प्रेम पूर्वक व्यवहार करने की सलाह दी जाती है।

कर्क
कर्क राशि के लोगों के लिए यह गोचर आठवें भाव में हुआ है, जो आपकी आयु, जीवन में आने वाले बड़े बदलाव और क्रांतिकारी विचारधारा को दर्शाता है। आप अपने मस्तिष्क पर ज्यादा बोझ ले सकते हैं जिसकी वजह से आपको कम करने में समस्या आएगी। आपकी एकाग्रता में कमी आ सकती है। प्रेमी या प्रेमिका के साथ अच्छा समय बिताएंगे।
सिंह
मंगल ग्रह का यह गोचर आपकी राशि के सातवें भाव में हुआ है, जो जीवनसाथी, व्यवसाय और सांझेदारी का भाव है। रिश्तों में तनाव की वजह से हताशा और परेशानी बढ़ेगी, कोई भी फैसाला जल्दबाजी में ना लएं। जब कोई आपसे उलझें या बहस करें तो सर्वप्रथम उनकी बातों को समझकर ही जवाब दें। आपको अपने उग्र और झगड़ालू प्रवृत्ति पर नियंत्रण रखना चाहिए।
कन्या
मंगल ग्रह का गोचर आपकी राशि के छठे भाव में हुआ है, जो व्यवसाय और कठिन परिश्रम से संबंधित है। यह समय आपकी आजीविका के हिसाब से बेहतरीन है, आप जिस भी कार्य को अपने हाथ में लेंगे उसमें आपको सफलता मिलेगी। आपको अपनी उपलब्धियों पर गर्व करने के बहुत से अवसर भी प्राप्त होंगे।
तुला
मंगल ग्रह का ये गोचर आपकी राशि से पांचवें भाव में प्रवेश किया है, यह बुद्धि, प्रेम संबंध और विद्या का परिचायक है। इस दौरान आपके व्यक्तित्व पर आलस्य हावी रहेगा। भौतिक सुख सुविधाओं को पाने की तीव्र इच्छा होगी। आमदनी बढ़ने के योग भी बन रहे हैं। जो छात्र उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने की योजना बना रहे हैं, उन्हें कुछ समय के लिए इसे टाल देना चाहिए। इस दौरान आपको अपने जीवन में कुछ बड़ा करने की सोचनी चाहिए।
वृश्चिक
मंगल का ये गोचर आपकी राशि के चौथे भाव में हुआ है, जो आपके सुख, परिवार, माता, वाहन और प्रॉपर्टी का परिचायक है। गोचर के दौरान आपके स्वभाव में उग्रता बड्ग् सकती है, ऐसे में आपको स्वयं पर संयम और नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। इस गोचर के दौरान आपकी आय बढ़ेगी और आकर्षक लाभ होगा। ज़मीन और प्रॉपर्टी में निवेश करने की इच्छा बढ़ सकती है।
धनु
धनु राशि के जातकों के लिए मंगल का ये गोचर तीसरे भाव में हुआ है ये छोटे भाई और पराक्रम से संबंधित है। इस समया आपके समक्ष जिस भी तरह की परिस्थितियां आएंगी आप स्वयं को उनके अनुसार ढाल लेंगे। इस दौरान आपके गुण और कौशल में भी वृद्धि होगी, आपको छोटे भाई-बहनों की वजह से नई खुशियां मिल सकती है। जो लोग बहुत समय से यत्रा पर जाने का मन बना रहे हैं, उनकी यह इच्छा पूरी हो सकती है।
मकर
मंगल ग्रह का गोचर आपकी राशि के दूसरे भाव में हुआ है। यह घर भाषा, संचार और आर्थिक पक्ष को दर्शाता है। इस दौरान किसी से कहासुनी और क्रोध पर नियंत्रण रखें। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। लोगों को बेवजह चिड़ाने और परेशान करने की कोशिश नहीं करें। जिस सोसायटी में आप रह रहे हैं वहां लोगों के प्रति विनम्रता का भाव रखना आपको लाभ पहुंचाएगा।
कुम्भ
कुंभ राशि के जातकों के लिए यह गोचर प्रथम भाव में हुआ है। जिसके परिणामस्वरूप आपके लिए यह गोचर थोड़ा मुश्किलों भरा रहने वाला है। किसी भी कीमत पर जोखिम उठाने का साहस ना दिखाएं, अन्यथा परेशानी बढ़ सकती है। आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी तो होगी लेकिन मंगल के प्रभाव के चलते अपनी राह से भटक या पीछे भी हट सकते हैं। आपको अपने उग्र स्वभाव की वजह से कुछ परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं।
मीन
यह गोचर आपकी राशि के बारहवें भाव में हुआ है। इस दौरान आपकी आय में अचानक वृद्धि होगी और आप अपने खर्च पर भी नियंत्रण नहीं रख पाएंगे। शक्ति और सामर्थ्य से आत्मविश्वास बढ़ेगा। इस दौरान मिलने वाले हर अवसर में सफलता प्राप्त करेंगे। विदेश यात्रा पर जाने के योग भी बन रहे हैं। सामाजिक जीवन में सुधार होगा,लोगों से मेल मिलाप बढ़ेगा। जीवन में आगे बढ़ने के लिए दोस्तों और अन्य लोगों से भरपूर सहयोग लें। किसी के मनोबल को ठेस पहुंचाने के बजाय उसका आत्मविश्वास बढ़ाएं।

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