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ट्रंप ने तेज किया ट्रेड वॉर, 6000 चीनी उत्पादों पर आधी रात से लगाया टैरिफ

अमेरिका और चीन के बीच गहराते ट्रेड वॉर के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था पर संकट बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने बुधवार को 200 अरब डॉलर के चीनी माल के आयात पर 10 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया है। ट्रंप के इस ताजा कदम का असर एशियाई शेयर बाजारों और विश्व अर्थव्यवस्था पर पड़ना तय है। इससे पहले वह चीन से आने वाले 34 अरब डॉलर के सामान पर 25 फीसदी शुल्क लगा चुका है।ट्रंप ने तेज किया ट्रेड वॉर, 6000 चीनी उत्पादों पर आधी रात से लगाया टैरिफ
200 अरब डॉलर की वस्तुओं पर अमेरिका ने लगाया 10 फीसदी का अतिरिक्त शुल्क

वाशिंगटन में मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात से यह अतिरिक्त शुल्क लागू हो चुका है। जिन चीनी सामानों पर टैरिफ वसूला जाएगा, उसमें सेमीकंडक्टर, हवाई जहाज के पुर्जे, रासायनिक उत्पाद, मछली और धातुएं शामिल हैं। अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) रॉबर्ट लाइथाइजर ने कहा, ‘कानूनी प्रक्रिया खत्म होने तक इस शुल्क के दायरे में 50 अरब डॉलर का चीनी माल आ जाएगा। चीन पर लगाए आयात शुल्क के दायरे में ऐसे चीनी उत्पादों को शामिल किया गया है जिन्हें चीन की औद्योगिक नीति और तकनीकी हस्तांतरण प्रक्रियाओं का फायदा मिला है।’

अमेरिका की यह कार्रवाई चीन के उस जवाबी हमले के बाद की गई जिसमें उसने अमेरिकी सामान पर 34 अरब डॉलर का शुल्क लगा दिया और 16 अरब डॉलर का अतिरिक्त शुल्क लगाने की धमकी दी थी। ट्रंप ने इसे अन्यायपूर्ण बताते हुए आरोप लगाया कि चीन के अनुचित तरीके से कारोबार करने के कारण अमेरिका को लगातार घाटा हो रहा है।

यूएसटीआर के मुताबिक ‘ऐसा बिना किसी अंतरराष्ट्रीय कानूनी आधार और अधिकार के किया गया है।’ चीन की इस जवाबी प्रक्रिया और कारोबारी तौर-तरीके बदलने में विफल रहने के बाद ट्रंप ने 200 अरब डॉलर के अतिरिक्त चीनी माल के आयात पर 10 फीसदी शुल्क लगाने की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया।

अमेरिका और चीन के बीच छिड़ा ट्रेड वॉर मुख्यत: दोनों देशों के बीच होने वाले संरक्षणवाद का नतीजा है। ट्रंप द्वारा घरेलू उद्योगों व कंपनियों का संरक्षण करने के लिए सर्वप्रथम चीन के खिलाफ यह कदम उठाया गया। इसके बाद चीन ने भी बदले की कार्रवाई की। इस ट्रेड वॉर का असर धीरे-धीरे पूरी दुनिया पर पड़ना तय है क्योंकि दो बड़ी आर्थिक महाशक्तियों में बढ़ती कीमतों से हर तरह के माल की विश्व के किसी भी देश में आवाजाही प्रभावित होगी। इस वजह से वैश्विक स्तर पर कारोबार को लेकर चिंता का माहौल तैयार हो गया है।
आर्थिक महाशक्तियों का कारोबार तबाह करेगा जवाबी शुल्क : चीन

अमेरिका के चीन के उत्पादों पर नए शुल्क लगाने की घोषणा के बाद चीन ने कहा है कि ‘जवाबी कार्रवाई’ करते हुए लगाया गया आयात शुल्क विश्व की दो प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार को तबाह कर देगा। चीन के सहायक वाणिज्य मंत्री ली चेंगगांग ने कहा कि चीन-अमेरिका ने एक-दूसरे पर वृहद पैमाने पर जो शुल्क लगाएं हैं, वह दोनों देशों का कारोबार बर्बाद कर देगें। उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिकी नीति वास्तव में आर्थिक वैश्वीकरण की प्रक्रिया में बाधा डालती है और दुनिया का आर्थिक क्रम बिगाड़ती है। ली ने इस स्थिति को वैश्विक व्यापार के लिए अराजकता का समय बताया।

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