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तेल खरीदने वाले देशों पर अमेरिका की नजर, भारत को चेताया

दक्षिणी अमेरिका महाद्वीप के वेनेजुएला में राजनीतिक और आर्थिक संकट गहराता जा रहा है. इस बीच अमेरिका ने सख्‍ती दिखाते हुए वेनेजुएला से तेल खरीदने वाले भारत समेत अन्‍य देशों को चेतावनी दी है. अमेरिकी के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने कहा कि जो देश और कंपनियां समस्याओं में घिरे राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की ‘चोरी’ का समर्थन करेंगे, उन्हें भूला नहीं जाएगा. बोल्टन ने मंगलवार को ट्विटर पर यह चेतावनी दी. अमेरिका का यह बयान ऐसे समय में आया है जब वेनेजुएला ने भारत में कच्चे तेल की बिक्री बढ़ाने की इच्‍छा जाहिर की है. बता दें कि भारत को तेल आपूर्ति के मामले में वेनेजुएला तीसरा सबसे बड़ा देश है.

तेल खरीदने वाले देशों पर अमेरिका की नजर, भारत को चेतायाक्‍या कहा अमेरिका ने

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने ट्विटर पर लिखा है, ”वेनेजुएला के लोगों की संपत्ति सुरक्षित रखने के लिए अमेरिका अपनी सभी शक्तियों का उपयोग करेगा. हम अन्य देशों को भी ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. ”  वेनेजुएला के पेट्रोलियम मंत्री मैनुएल क्यूवेदो की भारत यात्रा पर प्रतिक्रिया देते हुए बोल्टन ने कहा कि जो देश और कंपनियां वेनेजुएला के संसाधन की चोरी करने वाले मादुरो का समर्थन करेंगे, उन्हें नहीं भूला जाएगा. बता दें कि अमेरिका ने वेनेजुएला के कच्चे तेल के निर्यात पर अंकुश लगाने के इरादे से लातिन अमेरिकी देश की सरकारी कंपनी पीडीवीएसए पर पाबंदी लगाया है. इसके जरिए वेनेजुएला के समाजवादी राष्ट्रपति मादुरो पर पद से हटने का दबाव बना रहा है.

वेनेजुएला ने तेल बेचने की जताई इच्‍छा

बीते सोमवार को वेनेजुएला के पेट्रोलियम मंत्री और लातिन अमेरिकी देश की सरकारी कंपनी पीडीवीएसए के अध्यक्ष मैनुएल क्यूवेदो ने कहा कि अमेरिकी पाबंदी से वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था पर 20 अरब डॉलर का असर पड़ा है. ऐसे में वह भारत को और तेल बेचना चाहते हैं. क्यूवेदो ने कहा, ‘‘भारत के साथ संबंध जारी रहेंगे. हम व्यापार और संबंधों का दायरा बढ़ाना चाहते हैं.’’ बता दें कि वेनेजुएला प्रतिदिन 15.7 लाख बैरल तेल का उत्पाद करता है.

अमेरिका और रूस आमने- सामने

इन सबके बीच वेनेजुएला मामले को लेकर रूस और अमेरिका आमने-सामने आ गए हैं. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अपने अमेरिकी समकक्ष माइक पोम्पिओ को वेनेजुएला में सेना के इस्तेमाल समेत किसी की भी तरह के अमेरिकी दखल को लेकर आगाह किया है. लावरोव का यह बयान तब आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वेनेजुएला में सैन्य दखल एक विकल्प है. बता दें कि वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो पर अमेरिका और कई यूरोपीय देश इस्तीफा देने के का दबाव बना रह हैं.

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