अपराध

दुष्कर्म मामला: 5 साल की मासूम बच्ची के साथ 11 साल के बच्चे ने किया दुष्कर्म

गाजियाबाद: मुरादनगर थानाक्षेत्र के एक गांव में 5 साल की मासूम के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोपित बच्चा (11) मासूम को घर के बाहर खाली प्लॉट में खिलाने के बहाने ले गया था, जहां उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे तो आरोपित मौके से फरार हो गया। खून से लथपथ मासूम को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पीड़ित परिवारवालों की शिकायत पर पुलिस आरोपित बच्चे को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जानकारी के अनुसार, थानाक्षेत्र के एक गांव में एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ रहता है। उनकी पांच वर्षीय मासूम बच्ची कक्षा केजी की छात्रा है। वह शुक्रवार शाम अपने घर के सामने खेल रही थी। आरोप है कि इसी बीच पड़ोस में रहने वाला कक्षा 3 का छात्र बच्ची को खिलाने के बहाने से अपने साथ ले गया। इसी बीच उसने बच्ची के साथ खाली प्लॉट में दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया।

आरोपित बच्ची को खून से लथपथ हालत में जमीन पर ही छोड़कर फरार हो गया। चीख-पुकार सुन मौके पर पहुंचे लोगों ने परिवारवालों को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंचे परिवारवालें ने बच्ची को तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। परिवार वालों ने आरोपित के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। एसओ लक्षेन्द्र कुमार ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि मामले की सभी एंगल से जांच की जा रही है।

ऐसा क्यों करते हैं बच्चे
इस बारे में मनोचिकित्सक डॉक्टर संजीव त्यागी का कहना है, ‘आज जिस प्रकार से कम उम्र के बच्चों को पैरंट्स खुद को संपन्न और आधुनिक दिखाने के लिए इंटरनेट कनेक्शन वाले मोबाइल फोन दे देते हैं, उससे बच्चे उन साइट्स को भी खोलकर देखते हैं, जो उनके लिए घातक होता है। जो वह देखते ही मौका मिलने पर उसे ही करने का प्रयास करते हैं। इसी प्रकार से कई बार पैरंटस भी प्राइवेसी के समय बच्चों का ध्यान नहीं रखते हैं। यहीं कारण है कि छोटी उम्र में बच्चे भटक रहे हैं। इसे रोकने के लिए जरूरी है कि पैरंटस अलर्ट रहें। बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान रखें। साथ ही बहुत जरूरी न हो तो फोन का उपयोग अपने सामने ही कराएं।’

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