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पांच राज्यों में चुनाव हारने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कही बड़ी बात

नई दिल्ली : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव ने अपने तरीके से हमें ये 116 की गिनती सिखाई है। मध्य प्रदेश में सरकार बनाने के लिए कम से कम इतनी सीटें चाहिए होती हैं। न कांग्रेस, न बीजेपी, दोनों यहां तक पहुंची नहीं। हां, लेकिन संयोग देखिए कि बीजेपी को एक और ही तरीके से 116 का ये मैजिक नंबर मिला। प्रधानमंत्री मोदी ने पांच राज्यों के असेंबली इलेक्शन में हारने के बाद बैक-टू-बैक तीन ट्वीट किए। इन तीनों ट्विट्स को जोड़ दें, तो कुल शब्द थे 116।प्रधानमंत्री आमतौर पर चुनावी मामलों से जुड़ी चीजों में इतने विनम्र दिखते नहीं, जितने वो इन ट्वीट्स में थे। बड़ी गरिमा, बड़े बड़प्पन से उन्होंने हार स्वीकार की। हार कबूलते हुए ‘मी’ नहीं, ‘वी’ लिखा। फिर कांग्रेस को जीत की बधाई भी दी। तेलंगाना जीतने वाले केसीआर को और मिजोरम फ़तेह करने वाले मिज़ो नैशनल फ्रंट (एमएनएफ) को भी शुभकामनाएं दीं। बीजेपी के कार्यकर्ताओं को जुटकर मेहनत करने के लिए सलाम भी किया और फिर दार्शनिक साइड दिखाते हुए लिखा- हार और जीत तो ज़िंदगी का हिस्सा हैं। वोटों की गिनती शुरू होने के 24 घंटे से भी ज्यादा वक़्त बाद, 12 दिसंबर की सुबह साढ़े आठ बजे के करीब जाकर चुनाव आयोग ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का फाइनल रिज़ल्ट जारी किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए कहा कि हम जनाधार को विनम्रता से स्वीकार करते हैं। मैं छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान के लोगों का शुक्रगुज़ार हूं।

उन्होंने हमें इन राज्यों की सेवा का मौका दिया था। इन राज्यों की बीजेपी सरकार ने बिना थके लोगों की भलाई के लिए काम किया। कांग्रेस को जीत की बधाई। तेलंगाना में इतनी बड़ी जीत हासिल करने के लिए केसीआर गारू को बधाई। मिज़ोरम में इतनी प्रभावशाली जीत के लिए मिज़ो नैशनल फ्रंट (एमएनएफ) को भी बधाई।बीजेपी कार्यकर्ताओं के हमारे परिवार ने राज्य विधानसभा चुनावों के लिए दिन-रात जुटकर काम किया। मैं उनकी अथक मेहनत के लिए उन्हें सलाम करता हूं। हार और जीत तो ज़िंदगी का हिस्सा हैं। आज के नतीज़े लोगों की सेवा करने के हमारे संकल्प को और मज़बूत करेंगे। हम भारत के विकास के लिए हम और मेहनत से काम करेंगे। नवंबर और दिसंबर महीने में पांच राज्यों की विधानसभा के लिए चुनाव हुए थे। मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिज़ोरम और तेलंगाना। इन पांचों में से एक में भी बीजेपी नहीं आई। इनमें से तीन राज्यों में बीजेपी की सरकार थी। इन तीन में से दो राज्य- छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में पिछले 15 सालों से सत्ता में थी बीजेपी। मिज़ोरम में कांग्रेस की सरकार थी, मगर वो हार गई। जीतने वाली MNF, वैसे तो केंद्र में NDA का हिस्सा है, मगर मिज़ोरम के अंदर उसकी और भाजपा की कोई दोस्ती नहीं थी।

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