अन्तर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान के पीएम को भारत ने मारा जोरदार तमाचा, बहुत कर लिया गुमराह, अब कार्रवाई कीजिए

भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के वक्तव्य पर उन्हें आईना दिखाते हुए कूटनीतिक तमांचा मारा है। भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की नैतिकता परर सवाल उठाए और उनसे कहा कि वह दुनिया को गुमराह करने की बजाय अपने देश में, अपनी जमीन से चल रहे भारत विरोधी आतंकी संगठ्र के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के आरोपों न केवल खारिज किया, बल्कि दो देशों के बीच किसी घटना के होने की दशा में एक शिखर नेता को उसकी तहजीब भी याद दिलाई।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के इस तरह से सामने आने पर कोई आश्चर्य नहीं है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भारतीय सुरक्षा बलों पर पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले को आतंकी घटना के रूप में नहीं ले रहे हैं।

उन्होंने न तो इस आत्मघाती हमले की निंदा या भत्र्सना की और न ही इस हमले में शहीद हुए भारतीय सुरक्षा बलों के परिवार के प्रति कोई संवेदना प्रकट की। उल्टे वह इस आत्मघाती हमले को लेकर भारत से जांच करने की बात करके पाकिस्तान के लोगों का हाथ होने का सबूत मांग रहे हैं।

रवीश कुमार ने कहा कि इससे बड़ा सबूत क्या होगा कि पाकिस्तान से चलने वाले आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने खुद इसकी जिम्मेदारी ले ली है। जैश-ए-मोहम्मद के हमले को अंजाम देने वाले आतंकी ने खुद वीडियो जारी करके सच बताया है।
रवीश कुमार ने कहा कि यह पूरी दुनिया जानती है। यह कोई छिपा हुआ तथ्य नहीं है कि जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान में है। वह पाकिस्तान में रहकर भारत विरोधी आतंकी गतिविधियों को संचालित करता है।

खोखला वादा करता है पाकिस्तान

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पाकिस्तान को उसकी पुरानी प्रतिबद्धताओं की याद दिलाते हुए कहा कि उसका रिकार्ड बहुत खराब है। पाकिस्तान के वादा करने पर भारत ने उसे 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले में उसे पर्याप्त सबूत दिए थे। लेकिन पिछले दस साल से पाकिस्तान ने कोई कार्रवाई नहीं की। लश्करे तोइबा के हाफिज मोहम्मद सईद समेत मुंबई हमले के गुनहगार अब भी पाकिस्तान में खुले में घूम रहे हैं और महफूज हैं। जबकि संयुक्त राष्ट्र ने इस संगठन पर प्रतिबंध लगा रखा है। पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर आतंकी हमले के मामले में भी पाकिस्तान ने कुछ नहीं किया। रवीश कुमार ने इस संदर्भ में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री द्वारा नया पाकिस्तान, बदला हुआ पाकिस्तान जैसे दावे को खारिज कर दिया।

दुनिया जानती है पाकिस्तान का सच

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अपने देश को आतंकवाद से पीडि़त बता रहे हैं। पाकिस्तान का यह दावा सच से कोसो दूर है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि जो सच है, वह बताने की जरूरत नहीं है। पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान आतंकवाद को न केवल पनाह देता है, बल्कि उसका नर्व सेंटर है।

बात नहीं हो सकती

रवीश कुमार ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के शांति वार्ता जैसे प्रस्ताव को साफ सिरे से खारिज कर दिया। रवीश कुमार ने कहा कि भारत इस तरह की वार्ता के पक्ष में नहीं है। उन्होंने भारत की नीति को दोहराते हुए कहा कि आतंकवाद और समग्र वार्ता प्रक्रिया या शांति बहाली के प्रयास साथ-साथ नहीं चल सकते।

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