अन्तर्राष्ट्रीयब्रेकिंग

पाकिस्तान में दो हिंदू किशोरियों का अपहरण, हरकत में भारत सरकार

पाकिस्तान मुस्लिम लीग (फंक्शनल) के सांसद ए. नंद कुमार गोकलानी ने सरकार से वह कानून जल्द पास कराने की अपील की जो उन्होंने बलपूर्वक धर्मांतरण रोकने के संबंध में पेश किया था।


इस्लामाबाद : पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अल्पसंख्यक समुदाय की दो नाबालिग हिंदू बहनों के अपहरण और जबरन इस्लाम कबूल करावाने की घटना का भारत सरकार ने संज्ञान लिया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भारतीय राजदूत से रिपोर्ट मांगी है। इस घटना के बाद से सिंध प्रांत में अल्पसंख्यक समुदाय के विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। होली की पूर्व संध्या पर घोटकी जिले में इन दोनों लड़कियों रवीना (13 साल) और रीना (15 साल) को उनके घर से उठा लिया गया। इन दोनों हिंदू लड़कियों का अपहरण करने वाले लोग इलाके के दबंग माने जाते हैं। इन दोनों हिंदू लड़कियों के अपहरण के तुरंत बाद एक वीडियो वायरल हो गया जिसमें एक मौलवी को उन दोनों का निकाह कराते दिखाया गया है। इसके बाद एक और वीडियो सामने आया जिसमें इन दोनों नाबालिग हिंदू बहनों को इस्लाम कबूल करने का दावा करते दिखाया गया है। साथ ही वह यह भी कहती हैं कि निकाह करने के लिए भी उन पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं डाला गया है। हिंदू नेताओं का कहना है कि आरोपित क्षेत्र के कोहबर और मलिक जनजाति के लोग हैं। इस घटना के बाद पाड़ित लड़कियों के भाई ने एफआइआर दर्ज कराई जिसमें उसने बताया कि कुछ दिन पहले उनके पिता का आरोपितों से कुछ विवाद हो गया। उसके बाद होली से एक दिन पहले वह लोग हथियार लेकर घर में घुसे और उसकी दोनों बहनों को साथ ले गए। बाद में एक वरिष्ठ पुलिस अफसर ने बताया कि एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है और बाकियों की तलाश में पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही है। इसके बाद पाकिस्तान में हिंदू समुदाय के लोगों ने बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन किए। साथ ही यह अपराध करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को देश में अल्पसंख्यकों से किए वायदों को पूरा करने को कहा। एक गैर सरकारी संगठन पाकिस्तान हिंदू सेवा वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष संजेश धांजा ने पाकिस्तानी पीएम से इस घटना का संज्ञान लेने का आह्वान किया। उन्होंने यह साबित करने को कहा कि अल्पसंख्यक पाकिस्तान में सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि अल्पसंख्यकों को बहुत मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। बंदूक की नोक पर कम उम्र की हिंदू लड़कियों का अपहरण किया जा रहा है। फिर बलपूर्वक उनसे इस्लाम कबूल करवाया जाता है। या फिर सिंध प्रांत में उनसे उम्र में काफी बड़े लोगों से उनका निकाह करा दिया जाता है। धनजा ने कहा कि हिंदू समुदाय के लोगों ने जब घोटकी में कई प्रदर्शन किए तब जाकर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया।

Related Articles

Back to top button