राष्ट्रीयलखनऊ

पुनर्वास व कौशल विकास केन्द्र स्थापित करने का प्रस्ताव

Akhilesh_Yadav newशकुन्तला मिश्रा विवि सामान्य परिषद की पहली बैठक
लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में गरूवार को यहा डा. शकुन्तला पुनर्वास विश्वविद्यालय की सामान्य परिषद की प्रथम बैठक हुई जिसमें अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इन फैसलों के क्रियान्वयन से निःशक्त छात्र-छात्राओं सहित विकलांगजन लाभान्वित होंगे और विश्वविद्यालय को एक नई पहचान मिलेगी। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय द्वारा सेण्टर फॉर इण्डियन साइन लैग्वेंज एण्ड डैफ स्टडीज, सेण्टर फॉर रिहैबिलीटेशन एण्ड डेवलपमेन्ट स्टडीज, पत्रकारिता एवं जनसंचार केन्द्र तथा इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एण्ड रिसर्च की स्थापना की योजना बनाई गई है। इस संबंध में तय हुआ कि विश्वविद्यालय परिसर में इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की स्थापना के लिए भारत सरकार से प्रभावी पैरवी की जाएगी। मुख्यमंऋी ने कहा कि प्रत्येक मण्डल में समेकित विशेष माध्यमिक विद्यालय की स्थापना की जाएगी। लखनऊ मण्डल के तहत यह विद्यालय डॉ. शकुन्तला मिश्रा विश्वविद्यालय के परिसर में स्थापित होगा, जहां विभिन्न श्रेणी के निःशक्त एवं सामान्य बच्चे एक ही छत के नीचे शिक्षा ग्रहण करेंगे। उन्हांेने कहा कि राज्य सरकार ने इस विश्वविद्यालय के नाम परिवर्तन को स्वीकृति प्रदान कर दी है। सामान्य परिषद की बैठक में यह भी तय किया गया कि विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षान्त समारोह 30 सितम्बर को आयोजित किया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि होंगे। यह निर्णय भी लिया गया कि संस्थान द्वारा विकलांगजन के पुनर्वास हेतु हेल्पलाइन संचालित की जाए जिसके माध्यम से टोल-फ्री नम्बर पर जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। बैठक में सामान्य परिषद के पुनर्गठन के प्रस्ताव को भी मंजूरी प्रदान की गई। सामान्य परिषद को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार विकलांगजन के कल्याण एवं पुनर्वास हेतु कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि निःशक्त बच्चे भी बेहद हुनरमंद होते हैं। श्री यादव ने कहा कि किसी विश्वविद्यालय को विकसित करने और वहां तमाम सुविधाएं मुहैय्या कराने में काफी समय लगता है। विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में डॉ. निशीथ राय के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे इस संस्थान के पहले पूर्णकालिक कुलपति नियुक्त हुए हैं। इसके कारण उनके समक्ष चुनौतियां भी अधिक हैं और काम करने के अवसर भी ज्यादा हैं।

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