उत्तर प्रदेश

पुलिस हिरासत में मौत पर हंगामा

बिजनौर: गेस्ट हाउस प्रकरण के आरोपी निपेन्द्र के बुजुर्ग पिता जसवंत सिंह की मौत के बाद गुस्साएं लोगों ने रात भर थाने में हंगामे के बाद शनिवार को बैराज कालोनी के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। आरोप है, कि पुलिस द्वारा हिरासत में लेकर उत्पीड़न करने से उनकी मौत हुई है । हालांकि डीएम जगतराज त्रिपाठी का कहना है, कि आरोपी के पिता की मौत उनके घर में हुई है हिरासत में नहीं हुई है। भीड़ को देखते हुए पुलिस भी शांति से खड़ी रही और शनिवार सुबह करीब पांच बजे मुकदमा दर्ज होने के बाद भीड़ शांत हुई। पुलिस ने नूरपुर विधायक लोकेन्दर चौहान, विधायक के भाई सीपी सिंह और पूर्व सपा विधायिका रुचि वीरा के खिलाफ थाना कोतवाली शहर में धारा 342 504 304 के तहत मुकदमा दर्ज़ कर लिया गया है। इस बीच पुलिस ने विधायक रूचि वीरा को गिरफ्तार करने के लिए उनके कैम्प कार्यालय तथा निवास पर दबिश दी पर वह वहां नहीं मिलीं।

प्रदेश के आयुष राज्यमंत्री के हमले में नामजद आरोपी नृपेंद्र के पिता की मौत के बाद शुक्रवार रात भर थाने में हंगामा चलता रहा। सुबह पांच बजे शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेजा गया। पोस्ट मार्टम के बाद शव को ट्रैक्टर-ट्राली में रखकर बैराज कालौनी के सामने ले आये तथा राष्ट्रीय राजमार्ग पर जबरदस्त जाम लगा दिया। जाम स्थल पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत, भाजपा सांसद कु. भारतेन्द्र सिंह, रालोद जिलाध्यक्ष अशोक चौधरी, पूर्व सांसद मुंशी रामपाल, पूर्व डिप्टी एस.पी. एम.पी. सिंह आदि भी पहुंचे। उधर, जाम खुलवाने पहुंचे जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को आक्रोशित लोगो ने सडक पर बैठा लिया। उल्लेखनीय है, कि 6 अगस्त को बिजनौर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए प्रदेश के आयुष मंत्री अतुल गर्ग पर जिला पंचायत की राजनीति के चलते उस समय हमला हुआ था, जब वह नूरपुर के भाजपा विधायक लोकेंद्र चौहान के साथ गाड़ी में बैठकर किसी के यहां जा रहे थे।

उस समय जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का नेतृत्व कर रहे साकेन्द्र चौधरी और उनके समर्थकों पर मंत्री व भाजपा विधायक लोकेंद्र चौहान को गाड़ी से खींचकर हमला करने का आरोप लगा था। इसमें विधायक के गनर द्वारा साकेन्द्र सहित कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद पुलिस ने छापा मारकर कई लोगों को गिरफ्तार किया था, लेकिन मुख्य आरोपी साकेंद्र और उसके अन्य साथियों की पुलिस को तलाश थी। दबाव बनाने के लिए पुलिस 4 दिन पहले आरोपी नृपेंद्र के पिता जसवंत सिंह को उठा लाई थी। जसवंत सिंह हार्ट के पेशेंट थे। परिजनों का आरोप है, कि इस दौरान दबाव बनाने के लिए पुलिस ने जसवंत सिंह को प्रता​डि़त किया और हालत बिगड़ने पर दूसरे दिन उनको छोड़ा गया, लेकिन उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। परिजनों ने मौत के बाद उनके शव को थाने में लाकर जबरदस्त हंगामा किया। शुक्रवार रात को थाने में हंगामा चलता रहा। भीड़ को देखते हुए पुलिस भी शांति से खड़ी रही और शनिवार सुबह करीब पांच बजे मुकदमा दर्ज होने के बाद भीड़ शांत हुई। पुलिस ने नूरपुर विधायक लोकेन्दर चौहान, विधायक के भाई सीपी सिंह और पूर्व सपा विधायिका रुचि वीरा के खिलाफ थाना कोतवाली शहर में धारा 342 504 304 के तहत मुकदमा दर्ज़ कर लिया गया है।

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