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पॉश मॉल्स के अमीर ग्राहकों को निशाना बना रहे जेबकतरे

नई दिल्ली : बीते गुरुवार को देवी चेरियन सिलेक्ट सिटी मॉल में शापिंग कर रही थीं और उनके पर्स से कैश चोरी हो गया। वह बेकरी में थीं और जेबकतरों ने उनके बैग के कैश पर हाथ साफ कर लिया। वह पुलिस कंप्लेंट करने पहुंचीं तो पता चला कि 4 और महिलाओं से पर्स से भी इसी तरह से कैश गायब हो गया। सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद पुलिस को एक महिला जेबकतरी के बारे में पता चला, जिसे पकडृ़ा गया और उसके घर से 14 वॉलिट बरामद किए गए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ये जेबकतरे इस बात पर नजर रखते हैं कि कस्टमर किस आउटलेट में जाता है और उसके पास किस ब्रैंड का हैंडबैग है। देवी चेरियन ने बताया, वह बड़ा अजीब अनुभव था। सिक्यॉरिटी अफसर को जब कई महिलाओं ने पर्स से कैश चोरी होने की बात बताई तो उन्होंने सपॉर्ट किया लेकिन पुलिस शिकायत दर्ज नहीं कर रही थी। पुलिस ने बाद में इस बात से भी इनकार कर दिया कि कोई लिखित शिकायत ली गई है, लेकिन लड़की ते अरेस्ट के बाद यह साबित हो जाता है कि पुलिस आसानी से इन जेबकतरों को पकड़ सकती है। हालांकि मैं पुलिस को बधाई देती हूं और आशा है कि इस केस के बाद पुलिस जागेगी। महिला ने ड्यूटी पर मौजूद एएसआई को लिखित शिकायत दी थी, लेकिन जब स्थानीय पुलिस वालों से बात की गई तो उन्होंने ऐसी किसी शिकायत मिलने की बात से इनकार किया। हालांकि बाद में दिल्ली पुलिस ने चेरियन के ट्वीट के बाद कार्रवाई करते हुए एक लड़की को पलकड़ा। इस केस को सॉल्व करने वाले पुलिसकर्मी ने कहा, हमने सीसीटीवी फुटेज को देखा और पाया कि कैश उड़ाने वाली लड़की हर शॉप में देवी चेरियन को फॉलो कर रही थी। बेकरी में उसे मौका मिला और उसने कैश चोरी कर लिया। पहले भी ऐसा कई बार हुआ, लेकिन दुकानदार और खरीदार वॉर्निंग देकर उसे छोड़ देते थे। उसे जामिया नगर के उसके घर से अरेस्ट कर तिहाड़ जेल भेज दिया गया है।पूछताछ में उसने बताया, वह अकेले ही जेबतराशी का काम करती है।

पुलिस ने उसके घर से 14 वॉलिट बरामद किए। लुटेरों क कई ऐसे गिरोह हैं जो साउथ दिल्ली और नोएडा के मॉल्स में पहुंचने वाले खरीदारों को टारगेट करते हैं। एक अधिकारी ने कहा, साकेत, वलंत कुंज और खान मार्केट के बड़े मॉल्स और नोएडा का डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया इनके पसंदीदा अड्डे बन चुके हैं। ये जेबकतरे महंगे ब्रैंड्स की चीजों के साथ मॉल में घुसते हैं और शो रूम्स में घुसने वाले खरीदारों पर नजर रखते हैं। जिस लड़की को पकड़ा गया है उसके घर से जो वॉलिट बरामद हुए हैं, सभी महंगे ब्रैंड्स के हैं। इनकी कीमत 40- 60 हजार रुपये होगी। ये लोग विदशी लोगों को ज्यादा निशाना बनाते हैं क्योंकि वे लोग ज्यादातर शिकायत दर्ज नहीं कराते। लोगों की जेब काटने के लिए महंगे मॉल् में घुसने वाले जेबकतरे बढ़िया अंग्रेजी बोलते हैं, स्मारट कपड़े पहनते हैं और कई तो पलूशन मास्क भी लगा रहे हैं। अंग्रेजी ऐसी बोलते हैं कि कोई भी समझ बैठे कि कॉरपोरेट एंप्लॉयी हैं। चेरियन के केस में चोरी करने वाली लड़की ने पलूशन माल्त भी पहन रखा था। सिलेक्ट सिटीवॉक के सिक्यॉरिटी गार्ड ने बताया कि एक मीटिंग कर उन लोगों से कहा गया है कि सभी ग्राहकों पर ध्यान रखा जाए और किसी के अपीयरेंस पर न जाएं। एक शॉपर ने बताया, करीब दो हफ्ते पहले मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। अचानक लड़कों के एक झुंड ने मुझे धक्का दिया। मुझे समझ आ गया कि कुछ चोरी हो गया है। पर्स चेक किया तो पाया कि मेरा वॉलिट गायब था। जेबकतरे ज्यादातर उन औरतों को निशाना बनाते हैं जो बच्चे के साथ मॉल पहुंचती हैं। वे बच्चे के साथ बिजी हो जाती हैं और उनका पर्स या वॉलिट आसानी से गायब कर लिया जाता है।

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