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प्राइवेट कोचिंग सेंटरों के लिए बुरी खबर, JEE – NEET के लिए मिलेगी मुफ्त सरकारी कोचिंग

नई दिल्ली : उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए परीक्षाएं देने वाले छात्रों के लिए एक अच्छी खबर है। अब अगले साल यानी 2019 से उच्च शिक्षा के लिए होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त सरकारी कोचिंग उपलब्ध कराई जाएगी। यह संभव हो पाएगा नैशनल टेस्टिंग एजेंसी की वजह से, जिसका गठन सरकार ने उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं को आयोजित करवाने के लिए किया है। मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया प्लान यह है, कि इन सेंटरों को महज़ प्रैक्टिस सेंटर न बनाकर टीचिंग सेंटर बना दिया जाए। ये सेंटर कोई फीस भी नहीं लेंगे।

मुफ्त सरकारी कोचिंग के लिए एनटीए “नैशनल टेस्टिंग एजेंसी” अपने “2,697 प्रैक्टिस सेंटरों” को अगले साल से टीचिंग सेंटरों में तब्दील करेगी। वहीं मानव संसाधन विकास मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, ये प्रैक्टिस सेंटर 8 सितंबर से काम करना शुरू करेंगे। यह प्राइवेट कोचिंग सेंटरों के लिए बुरी खबर है, जो छात्रों से मोटी फीस लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करवाते हैं। इन टीचिंग सेंटरों में टीचिंग प्रोसेस मई 2019 से शुरू होगी। पहले चरण में एनटीए आने वाले “जेईई-मेन JEE-Main 2019” के लिए छात्रों का मॉक टेस्ट कराएगा। जो छात्र मोबाइल ऐप और वेबसाइट के जरिए एनटीए के लिए रजिस्टर कराएंगे, वे “National Eligibility cum-Entrance Test-UG (NEETUG) और UGC-NET” के लिए आयोजित किए जाने वाली मॉक परीक्षा में भाग ले सकते हैं। साथ ही वे अपने रिजल्ट को एनटीए के टीचर्स के साथ डिस्कस कर सकते हैं, ताकि उन्हें अपनी गलतियों को पता चल सके। इन प्रैक्टिस सेंटरों पर होने वाली मॉक परीक्षाओं में स्लॉट पाने के लिए छात्रों को मोबाइल ऐप या फिर नैशनल टेस्टिंग एजेंसी की ऑफिशल वेबसाइट के जरिए रजिस्टर कराना होगा। रजिस्टर्ड छात्रों को ही मॉक परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा। रिजल्ट आने के बाद सेंटर के टीचर छात्रों को उनकी गलतियां समझने और उन्हें सुधारने में मदद करेंगे। वहीं मंत्रालय के अधिकारियों ने आगे कहा, प्लान यह है, कि इन सेंटरों को महज प्रैक्टिस सेंटर न बनाकर टीचिंग सेंटर बना दिया जाए। ये सेंटर कोई फीस भी नहीं लेंगे। इसका फायदा खासकर ऐसे टैलंटेड छात्रों को होगा, जिनके ख्वाब तो बेहद ऊंचे हैं| लेकिन आर्थिक परेशानियों की वजह से कोचिंग नहीं ले पाते। गांवों और शहरों के बाहरी इलाकों में रहने वाले छात्रों को इससे फायदा होगा। एचआरडी मिनिस्ट्री के अधिकारी ने आगे कहा, प्रैक्टिस सेंटर पहली बार छात्रों को सिर्फ और सिर्फ “JEE-Main” के लिए मॉक परीक्षा देने का मौका देगा। चूंकि नीट-यूजी “NEET-UG ” फिलहाल कंप्यूटर आधारित परीक्षा नहीं है| इसलिए इसके लिए कोई मॉक परीक्षा नहीं होगी।

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