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बागपत पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आपका सेवक फिर नतमस्तक है

नई दिल्ली: बागपत पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि 4 साल में हमारी सरकार देश को सही दिशा में ले जाने में सफल रही। उन्होंने वहां मौजूद जनता से कहा कि मई की इस तपती गर्मी में आपका इतनी बड़ी संख्या में आना इस बात का गवाह है कि हमारी सरकार देश को सही रास्ते पर ले जा रही है। बागपत पहुंचने पर मोदी-मोदी के नारों से जनता ने उनका स्वागत किया। जनता को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, आज भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में एनडीए सरकार के 4 साल पूरे होने पर आपका ये प्रधानसेवक फिर आपके सामने नतमस्तक है। उन्होंने कहा, इतना स्नेह तब होता है, जब सेवक से उसका विधाता खुश हो। आज भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में एनडीए सरकार के 4 साल पूरे होने पर आपका ये प्रधानसेवक फिर आपके सामने नतमस्तक है। हमारी सरकार ने प्रदूषण की समस्या को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली के चारों ओर एक्सप्रेस-वे का एक घेरा बनाने का बीड़ा उठाया। ये दो चरणों में बनाया जा रहा है, इसमें से एक चरण यानि ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे का भी थोड़ी देर पहले लोकार्पण किया गया है। जिस रफ्तार से ये 9 किलोमीटर सड़क बनी है, उसी रफ्तार से मेरठ तक इस पूरे एक्सप्रेस-वे का काम करके, जल्द ही दूसरे चरण को भी जनता के लिए समर्पित किया जाएगा और जब ये हो जाएगा तो मेरठ से दिल्ली सिर्फ 45 मिनट रह जाएगी। बीते चार वर्षों में 3 लाख करोड़ से अधिक खर्च कर 28 हज़ार किलोमीटर से अधिक के नए हाईवे बनाए चुके हैं। चार वर्ष पहले तक जहां एक दिन में सिर्फ 12 किलोमीटर हाईवे बनते थे, आज लगभग 27 किलोमीटर हाईवे बनाए जा रहे हैं। इस वर्ष के बजट में भारत माला प्रोजेक्ट के तहत 5 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसके तहत लगभग 35 हज़ार किलोमीटर हाईवे बनाए जा रहे हैं। इस एक्‍सप्रेस-वे की कई खास बाते हैं। मसलन, इस पर लगी स्‍ट्रीट लाइट सौर ऊर्जा चालित हैं और हरेक 500 मीटर पर वर्ष जल संचयन की व्‍यवस्‍था की गई है, यहां अतुल्‍य भारत अभियान को भी प्रमोट किया गया है, इसके लिए 36 राष्‍ट्रीय धरोहरों का प्रतीक और 40 झरने बनाए गए हैं। यह रिकॉर्ड 500 दिन में बनकर तैयार हुआ है। इस एक्‍सप्रेस-वे पर 8 सोलर पॉवर प्‍लांट विकसित किए गए हैं जिसकी क्षमता 4000 किलो वाट बिजली उत्‍पादन की है। हाईवे के दोनों तरफ हरियाली बढ़ाने के लिहाज से 2.5 लाख पेड़ लगाए गए हैं। इस पर 2.5 किमी लंबा साइकिल ट्रैक भी बनाया गया है। 135 किमी लंबर ईर्स्‍टन पेरिफेरल एक्‍सप्रेस-वे रिकॉर्ड 17 महीने (500 दिन) में बनकर तैयार हुआ है, इसकी शुरुआत नवंबर 2015 में हुई थी। यह कुंडली से शुरू होकर पलवल तक गया है। ईपीई पर अधिकतम वाहन गति 120 किमी प्रति घंटा है, जबकि यमुना एक्‍सप्रेस वे पर यह सीमा 100 किमी प्रति घंटा है। इस मौके पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने प्रधानमंत्री मोदी का शुक्रिया अदा किया और एक्सप्रेस-वे का काम अटके रहने के लिए पुरानी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। गडकरी ने कहा, ‘ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे अगले साल मार्च तक, पूरा हो जाएगा और आप दिल्ली से मेरठ की दूरी महज 45 मिनट में पूरी कर सकेंगे। गडकरी ने आगे कहा कि भूमि अधिग्रहण को लेकर भी फाइनेंशियल फ्रंट पर काफी समस्याएं आईं। इस पर सरकार ने खुद ही अधिग्रहण के लिए 6000 करोड़ खर्च करने का फैसला लिया। मंत्री ने दावा किया कि अधिग्रहण के लिए किसानों को जमीन के मूल्य से भी ज्यादा धन दिया गया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भी उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उत्तर प्रदेश के मुख्मंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस यूपी के बागपत, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद इन सब क्षेत्रों में भी विकास के उन नए आयामों को स्थापित करने दिशा में अहम भूमिका निभाएगा, उन्होंने मोदी सरकार के चार साल के सफल कार्यकाल के लिए भी बधाई दी। उन्होंने ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण के अवसर पर उत्तर प्रदेश की जनता की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। ​तय समय से पहले हाईवे बनाने के लिए आदित्यनाथ ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की तारीफ की। योगी आदित्यनाथ ने कहा, ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे को 500 दिनों के अंदर इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण करके नितिन गडकरी के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने जो एक नई कार्यसंस्कृति को जन्म दिया है, उसके लिए मैं उनका अभिनन्दन करता हूँ। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे गाजियाबाद, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा और पलवल को जोड़ेगा, जिससे इस रूट पर घंटों तक लगने वाले जाम की स्थिति में भी राहत मिलेगी, इस वजह से लोगों का गाजियाबाद, फरीदाबाद, ग्रेटर नोएडा और पलवल के बीच ट्रेवल करने का समय भी घट जाएगा। एक्सप्रेस-वे पर वाहन 120 किलोमीटर की रफ्तार से चलाए जा सकेंगे। हालांकि, स्पीड इससे ज्यादा होने पर वाहन चालकों का चालान काटा जाएगा। बताया जा रहा है कि एक्सप्रेस-वे पर लगे कैमरों में स्पीड की मॉनिटरिंग होगी और स्पीड ज्यादा होने पर अपने आप वाहन रजिस्टर हो जाएगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का उदघाटन किया। रविवार सुबह सबसे पहले प्रधानमंत्री निजामुद्दीन-रिंग रोड जंक्शन पर पहुंचे, जहां केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के अलावा दिल्ली के सभी सातों सांसदों ने यहां उनकी अगवानी की, यहां पहले उन्‍हें एक्सप्रेस-वे से जुड़ी सभी महत्‍वपूर्ण जानकारियां दी गईं, जिसके बाद पीएम खुले वाहन से पटपड़गंज पुल तक गए।

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