पर्यटन

बितानी है सुकून भरी छुट्टियां तो भारत के इस कॉफी के बागानों में जरूर जाये…

हरे पेड़ों और पहाड़ों से भरी खूबसूरत वादियां किसे नहीं अच्छी लगती हैं और लगे भी क्यों न जहां प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ शांति और सुकून दोनों ही मौजूद हों। रोज की थकी हुई जिंदगी से सब परेशान हैं। ऐसे में एक बार छुट्टी लेना तो बनता है। अगर आपको चैन भरे पल बिताने के लिए जगह की तलाश है तो इस बार हम आपको मनोरम घाटी के विषय में बताने जा रहे हैं जहां पहुंच कर थकान एकदम कम हो जाएगी।

अराकू घाटी विशाखापट्नम शहर से 114 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और उड़ीसा की सीमा के बहुत करीब है। घाटी रक्तोकोंडा, चितामोगोंडी, गलीकोंडा और संकरीमेट्टा के पहाड़ों से घिरी हुई है। एक खूबसूरत हिल स्टेशन होने के अलावा अराकू घाटी अपने समृद्ध कॉफी बागानों के लिए भी प्रसिद्ध है। ताजे कॉफी बीन्स की सुगंध अराकू की पूरी हवा में है।

अराकू घाटी जनजातीय संग्रहालय, टाइडा, बोर्रा गुफाएं, सागंडा झरने और पदमपुरम बॉटनिकल गार्डन सहित यात्रा करने के लिए कुछ असली दिलचस्प स्थान हैं। इसके अलावा जो लोग प्रकृति के जायके से खुद को तृप्त करना चाहते हैं, उन्हें इन कॉफी बागानों की यात्रा जरूर करनी चाहिए। अराकू घाटी आने के लिए रेल सेवा और ट्रांसपोर्ट सेवा मौजूद है।

हिल स्टेशन अच्छी सड़कों और रेल नेटवर्क के माध्यम से देश के बाकी हिस्सों से जुड़ा है। यहां दो रेलवे स्टेशन है एक अराकू में और दूसरा अराकू घाटी में। दोनों रेलवे स्टेशन विजाग में रेलवे स्टेशन से जुड़े हुए हैं। अराकू तक जाने और वहां से वापसी के लिए नियमित बस सेवाएं चलाने वाले कई बस ऑपरेटर हैं। हैदराबाद और विशाखापत्तनम से अराकू घाटी के लिए डीलक्स और वोल्वो बसें भी उपलब्ध हैं।

जब मैदानी इलाके बहुत गर्म हो जाते हैं, तब घाटी के आस पास के कस्बों और शहरों से लोग गर्मियों के दौरान इस जगह की यात्रा करना पसंद करते हैं। इसके अलावा इस हिल स्टेशन की खूबसूरती देखने के लिए लोग सर्दियों में ज्यादा जाते हैं।

Related Articles

Back to top button