Political News - राजनीतिफीचर्ड

बीजेपी से नाराज चल रहे शत्रुघ्न सिन्हा ने दी पार्टी को चुनौती- हिम्मत है तो मुझे निकालकर दिखाएं

बीजेपी से नाराज चल रहे और पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा अपनी पार्टी को चुनौती देते हुए कहा कि वह उन्हें निष्कासित कर दिखाए. साथ ही कहा कि क्रिया की प्रतिक्रिया होगी. पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में आज आयोजित अपने संगठन राष्ट्र मंच के एक अधिवेशन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई को लेकर वे लोग (अपनी पार्टी) पिछले बिहार विधानसभा चुनाव के बाद सोच रहे थे. वे इतने असहाय हैं और उनकी स्थिति इतनी दयनीय है कि इसके लिए मुहुर्त देख रहे थे.बीजेपी से नाराज चल रहे शत्रुघ्न सिन्हा ने दी पार्टी को चुनौती- हिम्मत है तो मुझे निकालकर दिखाएं

शत्रुघ्न ने कहा कि वे जब चाहें ऐसा निर्णय ले सकते हैं पर न्यूटन के तीसरे नियम को याद रखें कि हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है. सिने अभिनेता से राजनेता बने शत्रुघ्न ने कहा कि बीजेपी में उसे छोड़ने के लिए शामिल नहीं हुए थे और हमेशा कहता रहा हूं कि यह मेरी पहली और आखिरी पार्टी है लेकिन वे अगर मुझे छोड़ना चाहें तो छोड़ दें. उन्होंने कहा कि यह पार्टी के खिलाफ बगावत नहीं देश के प्रति अपनी वफादारी है, हमें भी यह सिखाया गया है कि व्यक्ति से बड़ा दल होता और दल से बड़ा देश.

शत्रुघ्न ने सभागार में मौजूद लोगों से पूछा कि वे जो कर रहे हैं क्या वह देशहित में नहीं है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के कारण देश में बेरोजगारी बढ़ी और छोटे-छोटे व्यापार और कारखाना बंद हो गए तो उसके बारे में बात किया जाना जनहित में है या नहीं. इस अवसर पर उन्होंने तेजस्वी यादव की तारीफ की. उन्होंने कहा कि यशवंत जब बीजेपी के अध्यक्ष थे तभी उन्हें पार्टी के स्टार प्रचारक के तौर पर पेश किया गया था और पूरे देश में मुझे सभाओं को संबोधित करने का अवसर प्राप्त हुआ.

यशवंत सिन्हा ने बीजेपी से नाता तोड़ा 
बीजेपी से नाराज चल रहे यशवंत सिन्हा ने अपनी पार्टी से नाता तोड़ने के साथ ही दलगत राजनीति से संन्यास ले लिया. यशवंत सिन्हा ने कहा ‘‘मैं आज यहां इस इस मंच से यह बताने के लिए आया हूं कि चार साल पहले मैंने चुनावी राजनीति से संन्यास ले लिया था. आज चार साल के बाद मैं दलगत राजनीति से संन्यास ले रहा हूं. इस मंच से यह घोषणा कर रहा हूं कि मुझे अब पार्टी पालिटिक्स से मतलब नहीं रहेगा . हम किसी दूसरे दल के सदस्य नहीं बनने जा रहे हैं.

उन्होंने कहा ‘‘लंबे अरसे से चले आ रहे बीजेपी के साथ मेरा जो संबंध है, आज उस संबंध को विच्छेद कर रहा हूं.’’ सिन्हा ने इस अधिवेशन में शामिल और मंच पर अपने साथ विराजमान बीजेपी में नाराज चल रहे और पटना साहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, कांग्रेस की रेणुका चौधरी, राजद के तेजस्वी प्रसाद यादव, जदयू के विक्षुब्ध नेता उदय नारायण चौधरी, तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी, समाजवादी पार्टी के घनश्याम तिवारी, राष्ट्रीय लोकदल के जयंत तिवारी, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह एवं आशुतोष, गुजरात के पूर्व मंत्री प्रवीण सिंह जडेजा तथा पूर्व राजनयिक के सी सिंह की ओर इशारा करते हुए कहा ‘’अब हम अपने इन सभी साथियों के साथ मिलकर देश में लोकशाही बचाने के लिए एक जबरदस्त आंदोलन चलाएंगे.’’ उन्होंने कहा कि अब से उनके जीवन का बाकी समय देश में लोकतंत्र की रक्षा को समर्पित है. जनता, देश और आजादी तभी अक्षुण्ण रहेंगे जब लोकतंत्र अक्षुण्ण रहेगा.

 

Related Articles

Back to top button