अजब-गजब

भारत के इस गजब मंदिर जहां चढ़ता है अजब प्रसाद, जानकर हो जाएंगे हैरान

हिंदू धर्म मंदिरों में पूजा की काफी मान्यता है। लोग मंदिरों (Temples) में जाकर भगवान की पूजा-अर्चना करते हैं और उनके सामने अपनी मनोकामना रखते हैं। कईयों की मनोकामनाएं पूरी भी होती हैं। मंदिर में दर्शन को जाते समय लोग भगवान को खुश करने के लिए प्रसाद चढ़ाते हैं। हमारे देश में कुछ मंदिर ऐसे हैं जहां सामान्य से कुछ हटकर प्रसाद चढ़ाया जाता है। ये श्रद्धा (Faith) की बात है और सदियों से यहां ऐसे अजीबोगरीब और खास प्रसाद (Special prasad) चढ़ाने की परंपरा है। आज हम आपको ऐसे ही कुछ मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं।

चाइनीज काली माता को चढ़ते हैं नूडल्‍स : कोलकाता के टांगरा इलाके में चाइनीज काली माता का मंदिर स्थित है। यहां काली मां को प्रसाद में नूडल्‍स और फ्राइड राइस का भोग लगाया जाता है। फिर यही नूडल्‍स और फ्राइड राइस प्रसाद के रूप में भक्‍तों को बांट दिए जाते हैं। इसी वजह से इस मंदिर का नाम चाइनीज काली मां पड़ गया है। 55 साल के पुजारी इसोन चेन इस मंदिर की देखभाल करते हैं।

बाला मुरुगन भगवान को पसंद है चॉकलेट : केरल के अलेप्‍पी में बाला मुरुगन भगवान का मंदिर स्थित है। बाला मुरुगन भगवान को चॉकलेट बहुत पसंद है इसलिए यहां भगवान को प्रसाद के रूप में चॉकलेट चढ़ाई जाती है और फिर चॉकलेट को यहां आने वाले भक्‍तों में बांट दिया जाता है।

खबीस बाबा को लगता है शराब का भोग : उत्‍तर प्रदेश के सीतापुर जिले में खबीस बाबा का मंदिर स्थित है। यहां मंदिर में शराब का भोग लगाया जाता है और प्रसाद के रूप में वही शराब भक्‍तों को वितर‍ित कर दी जाती है। यहां के बारे में मान्‍यता है कि मंदिर में शराब चढ़ाने से मनोकामना पूरी होती है। यहां मंदिर के आस-पास तमाम बंदर भी रहते हैं जो यहां चढ़ने वाली शराब का सेवन करते हैं।

कामाख्‍या मंदिर में देते हैं गीला कपड़ा : गुवाहाटी के कामाख्‍या मंदिर में हर साल भव्‍य मेले का आयोजन होता है। मेले के दौरान 3 दिन के लिए मां के द्वार भक्‍तों के लिए बंद कर दिए जाते हैं और चौथे दिन जब मंदिर के द्वार खुल‍ते हैं तो भक्‍तों को प्रसाद के रूप में एक गीला कपड़ा दिया जाता है। मान्‍यता है कि यह कपड़ा मां के रज से भीगा होता है।

करनी माता मंदिर में दिया जाता है चूहों का जूठा दूधा : राजस्‍थान का बेहद प्रसिद्ध मंदिर करनी माता का मंदिर, जहां चूहों की पूजा की जाती है। यहां प्रसाद के रूप में भक्‍तों को दूध बांटा जाता है। लेकिन उससे पहले ये दूध चूहों को पिलाया जाता है। माना जाता है कि इस दूध में चूहों का लार मिला हुआ होता है और इस प्रसाद का सेवन करने वाले लोगों के ल‍िए सौभाग्‍य लेकर आता है।

पलानी मंदिर में चढ़ता है जैम : तमिलनाडु के पलानी मंदिर में भगवान मुरुगन को प्रसाद के रूप में जैम चढ़ाया जाता है। यह जैम फलों का बना होता है। मान्‍यता है कि भगवान मुरुगन को इस जैम का स्‍वाद बहुत पसंद आता है। इसे भक्‍तों में प्रसाद के रूप में बांट दिया जाता है।

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