स्वास्थ्य

मकर संक्राति पर तिल का सेवन करने के पीछे की ये है असल वजह

तिल के फायदे बेहद ही खास होते हैं। अक्सर सर्दियों में तिल और तिल से बनी गजक, चिक्की और लड्डू खाने का मजा ही अलग होता है। हिन्दू धर्म में जनवरी के महीने में आने वाले ‘मकर संक्राति’ और ‘संकेष्टि चतुर्थी’ के त्यौहार पर भी खास तौर पर तिल से पूजा की जाती है,साथ ही तिल से बने व्यंजनों को खाना शुभ माना जाता है। आमतौर पर तिल के साथ गुड़ और चीनी मिलाकर बहुत सारी मीठी चीजें(गजक, चिक्की और लड्डू) बनाई जाती है।
मकर संक्राति पर तिल का सेवन करने के पीछे की ये है असल वजह
छोट-छोटे काले-सफेद रंग के तिल में बहुत सारे औषधिय गुण प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। तिल की तासीर गर्म होती है, जिसकी वजह से इसका सेवन सर्दियों में करना फायदेमंद होता है। तिल के सेवन से जहां शरीर को गर्माहट मिलती है, तो वहीं तिल में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट तत्व कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को रोकने में कारगर साबित होते हैं। तिल में मोनो-सैचुरेटेड फैटी एसिड भी होता है जो शरीर से बुरे कोलेस्ट्रोल को कम करता है।
हीं नहीं तिल का इस्तेमाल पूजा-पाठ में भी किया जाता है। शास्त्रों के मुताबिक, भगवान विष्णु की पूजा तिल के अनुपस्थिति में हमेशा अधूरी मानी जाती है। ऐसे में आज हम आपको तिल के फायदे बता रहे हैं, तिल से कई सारी और चीजें भी बनती हैं, जिनमें तिल को सड़ाने से सिरका बनता है, तो वहीं तिल को पीसकर तेल भी निकाला जाता है , जो बेहद उपयोगी होता है।

तनाव को करता है कम

तिल में कैल्श‍ियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक और सेलेनियम समेत कई बहुत सारे ऐसे तत्व पाएं जाते हैं, लंबे समय तक तिल का सेवन किया जाए , तो तिल को खाने से शरीर के लिए जरूरी लवण और विटानिम पाए जाते हैं, जो हमारे तनाव को खत्म करने में सहायक होता है। साथ ही बार-बार डिप्रेशन की शिकायत को भी दूर करते हैं तिल।

दिल को मजबूत करते हैं

तिल में पाएं जाने वाले मोनो-सैचुरेटेड फैटी एसिड आपके शरीर के कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखने में मदद करता है, जिससे दिल की मजबूत होता है और दिल की मांसपेशियां सक्रिय रूप से काम कर पाती है।

त्वचा के लिए

तिल त्वचा से जुड़ी परेशानियों में बेहद फायदेमंद होता है। तिल के तेल को लगाने से जहां त्वचा मॉश्चराइज रहती है, तो वहीं तिल के तेल में बने खाने का सेवन करने से शरीर के लिए जरूरी पोषण मिलता है।

हड्डियों की मजबूती के लिए

तिल में प्रोटीन और एमिनो एसिड भरपूर मात्रा में होता है जो बच्चों की हड्डियों के विकास में मदद करता है। इसके अलावा यह मांसपेशियों में आने वाले खिंचाव को भी रोकता है।
पेट की बीमारी से बचाव
अगर आप अपच, गैस या कब्ज जैसी पेट की बीमारियों से परेशान रहते हैं, तो ऐसे में तिल का सेवन करना बेहद फायदेमंद रहेगा। इसके लिए रोजाना तिल से बने लड्डूओं को खाएं।
अस्थमा में दिलाए राहत
सर्दियो में सांस लेने में होने वाली दिक्कत या अस्थमा की परेशानी होने पर भी तिल का सेवन करना लाभकारी होता है। कफ को ठीक करने के लिए रोजाना दूध के साथ एक तिल के लड्डू का सेवन करें।
जोड़ों में दर्द
अक्सर बढ़ती उम्र में जोड़ो के दर्द की परेशानी होने लगती है और सर्दियों में ये समस्या बढ़ जाती है। अगर आप इस परेशानी से बचना चाहते है। तो तिल के लड्डुओं को रोज़ाना रात को दूध के साथ खाएं,क्योंकि दूध में मौजूद कैल्शियम और विटामिन डी भी आपकी हड्डियों के लिए फायदेमंद होता है।
शारीरिक कमज़ोरी करे दूर
अगर आप थोड़ा सा काम करने,हल्का दौड़ने या फिर सीढ़ियां चढ़ने पर आपकी सांसे फूल जाती हैं, तो ये लड्डू आपके लिए संजीवनी का काम करते हैं। ऐसे में शारीरिक कमजोरी को खत्म करने के लिए तिल से बने लड्डू,गजक या तिलकूट का सेवन करना चाहिए।  इससे शरीर छोटी-छोटी बीमारियों से बचने के साथ ही आपको एनर्जी मिलेगी।
सर्दी करे दूर
तिल की तासीर गर्म की वजह से तिल के लड्डू शरीर को गर्म रखते हैं,जिससे सर्दी, खांसी और कफ की समस्या में आराम मिलता है। साथ ही जिन लोगों को बहुत ज्यादा ठंड लगती है, उन्हें तिल का सेवन करना बेहद फायदेमंद रहता है।

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