अद्धयात्म

महादेव का ये मंत्र बोलने मात्र से ही इंसान को मिल जाती है दैवीय शक्तियां

मंत्र का वास्तविक अर्थ असीमित है। किसी देवी-देवता को प्रसन्न करने के लिए प्रयुक्त शब्द समूह मंत्र कहलाता है। जो शब्द जिस देवता या शक्ति को प्रकट करता है उसे उस देवता या शक्ति का मंत्र कहते हैं। मंत्र एक ऐसी गुप्त ऊर्जा है, जिसे हम जागृत कर इस अखिल ब्रह्मांड में पहले से ही उपस्थित इसी प्रकार की ऊर्जा से एकात्म कर उस ऊर्जा के लिए देवता (शक्ति) से सीधा साक्षात्कार कर सकते हैं। ऊर्जा अविनाशिता के नियमानुसार ऊर्जा कभी भी नष्ट नहीं होती है, वरन्‌ एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित होती रहती है। अतः जब हम मंत्रों का उच्चारण करते हैं तो उससे उत्पन्न ध्वनि एक ऊर्जा के रूप में ब्रह्मांड में प्रेषित होकर जब उसी प्रकार की ऊर्जा से संयोग करती है तब हमें उस ऊर्जा में छुपी शक्ति का आभास होने लगता है। ज्योतिषीय संदर्भ में यह निर्विवाद सत्य है कि इस धरा पर रहने वाले सभी प्राणियों पर ग्रहों का अवश्य प्रभाव पड़ता है।

सभी देवी देवताओं में सबसे लोकप्रिय देवता भगवान शिव को माना जाता है। भगवान शिव को कल्याणकारी माना जाता है। माना जाता है कि भगवान शिव अपने भक्तों पर आने वाले कष्टों हरण कर लेतें। जब-जब देवताओं, ऋषि-मुनियों या फिर ब्रह्मांड में कहीं भी जीवन पर संकट आया है तमाम कष्टों के विष को भगवान शिव ने धारण किया है। भगवान शिव की आराधना बहुत ही सरल एवं बहुत ही फलदायी मानी गयी है। सोमवार को भगवान शिव की पूजा का दिन माना जाता है। यहां आपको बता रहे हैं भगवान शिव के कुछ लोकप्रिय मंत्र जिनसे आप भगवान शिव की आराधना कर उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं और उनकी कृपा पा सकते हैं।

जो कोई व्यक्ति भगवान शिव का परम भक्त होता है उनके बारे में ऐसा कहा जाता है कि उनके पास एक ऐसी शक्ति मौजूद होती है जिसके कारण वह व्यक्ति अपने जीवन में हर एक हालात में सफलता हासिल करने में कामयाब होता है। अगर उस शिव भक्तों के सामने कभी कोई पहाड़ भी आ जाए तो वह उस पहाड़ को चुटकियों में पार करने की ताकत रखता है। दुनिया में जहां लोग हमेशा दुखी रहा करते हैं वही शिव भक्त हमेशा खुश रहते हैं। उनके भक्तों की खुशी को देखकर ही आप उन्हें अच्छी तरह से पहचान पाएंगे।

शिव भक्तों के पास सबसे बड़ी शक्ति तो यह होती है कि वह अपने सामने वाले इंसान को अच्छी तरह से पहचान पाने में कामयाब होते है। वह इस बात को भी अच्छी तरह जानता है कि सामने वाला व्यक्ति उसके प्रति किस तरह की भावना अपने मन में रखता है। ऐसे हालात में शिव भक्तों को बेवकूफ बनाना बहुत ही ज्यादा मुश्किल काम हो जाता है।अगर आप भी इन शक्तियों को प्राप्त करना चाहते हैं तो ऐसे में आपको हमारे द्वारा बताए गए मंत्र का जप 108 बार करना होगा। इस मंत्र का जाप 108 बार कर लेने के बाद आपको भी दैवीय शक्तियां हासिल हो जाएगी।

जिस मंत्र का जप आपको 108 बार करना है वह मंत्र यह है
नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वराय नित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मे न काराय नम: शिवाय:॥
मंदाकिनी सलिल चंदन चर्चिताय नंदीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय मंदारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय तस्मे म काराय नम: शिवाय:॥
शिवाय गौरी वदनाब्जवृंद सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय श्री नीलकंठाय वृषभद्धजाय तस्मै शि काराय नम: शिवाय:॥
अवन्तिकायां विहितावतारं मुक्तिप्रदानाय च सज्जनानाम्।अकालमृत्यो: परिरक्षणार्थं वन्दे महाकालमहासुरेशम्।।

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