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महिलाओं-दिव्यांगजनों की आरक्षित सीटों पर बैठने वालों की अब खैर नहीं

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे को लगातार शिकायतें मिल रही थी कि देशभर में आरक्षित ट्रेनों में खासतौर से जो दिव्यांगजन और महिलाओं के लिए आरक्षित सीटें हैं, उस पर अवैध रूप से यात्री सफर करते हैं. लिहाजा रेलवे सुरक्षा बल ने देशभर में अलग-अलग रेलवे ज़ोन में अभियान चलाया और 2 दिन के इस अभियान में 12 हजार 825 यात्रियों को अवैध रूप से यात्रा करने के चलते गिरफ्तार किया गया.

सब पर रेलवे कानून के मुताबिक कार्रवाई की गई. ये तमाम यात्री अवैध रूप से यात्रा कर रहे थे रेलवे ट्रेन में दिव्यांगजन और महिलाओं को कुछ सीटें आरक्षित करता है जिससे उनको सहूलियत हो लेकिन अवैध रूप से लोग इन सीटों पर यात्रा करते हैं, लिहाजा रेलवे ने बड़ी कार्रवाई की है. रेलवे ने कहा है कि इस तरह के अभियान अब समय समय पर लगातार चलाए जाएंगे जिसके चलते महिलाओं को सहूलियत हो. अवैध रूप से यात्रा करने वालो पर 10726 मामले दर्ज किए गए. इनको रेलवे अधिनियम की धारा 155 के तहत गिरफ्तार किया गया. पूर्वी रेलवे ने 1004 मामलों में कार्रवाई की गई है वहीं उत्तर मध्य रेलवे ने 596 रेलवे यात्रियों को पकड़ा और कार्रवाई की.

पश्चिमी रेलवे द्वारा 576 अवैध रूप से यात्रा करते हुए पकडे गए और कार्रवाई की गई. यह यात्री महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों पर यात्रा कर रहे थे. इसके बाद उत्तर मध्य रेलवे ने अवैध रूप से यात्रा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की और 880 यात्रियों को आरक्षित सीटों पर गैरकानूनी रूप से यात्रा करते हुए पकड़ा वहीं मध्य रेलवे में 78 मामले सामने आए ये भी महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों पर अनाधिकृत रूप से यात्रा कर रहे थे.

रेलवे के अभियान से एक बड़ा फायदा महिलाओं और दिव्यांगजन को होगा पहली बार है कि आरपीएफ ने इतने बड़े पैमाने पर देशव्यापी अभियान चलाया है अक्सर ट्रेनों में अवैध रूप से यात्रियों के सफर करने की शिकायत मिलती हैं. इसके चलते उन लोगों को दिक्कत होती है जो अपना रिजर्वेशन कराकर यात्रा करते हैं. खासतौर पर महिलाओं के लिए आरक्षित सीटें होती हैं, उन पर ज्यादा कब्जा होता है.

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