दिल्ली

मेट्रो से जाएं मजलिस पार्क से साउथ कैंपस, होगी समय और पैसे की बचत

दिल्ली मेट्रो की सबसे बड़ी 58 किमी की पिंक लाइन का एक सेक्शन मजलिस पार्क से साउथ कैंपस बुधवार को खुल रहा है। 21.56 किमी के इस सेक्शन को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी के साथ हरी झंडी दिखाएंगे।मेट्रो से जाएं मजलिस पार्क से साउथ कैंपस, होगी समय और पैसे की बचत

 

बुधवार शाम छह बजे मेट्रो स्टेशनों के गेट आम लोगों के लिए खुल जाएंगे। इस लाइन पर चलने वाली मेट्रो की खास बात ये है कि इसे सुरक्षा के लिहाज से और अपग्रेड किया गया है। ट्रेन के बाहर के अलावा अंदर की तस्वीरें अब सीधे कंट्रोल रूम में बैठा व्यक्ति देख पाएगा।

मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक, इस ट्रेन के कैमरे बेहद खास हैं। यह ट्रेन के अंदर की किसी भी तरह की तस्वीर को सीधे कंट्रोल रूम के बड़े स्क्रीन पर भेज सकेंगे। कंट्रोल रूम में बैठा शख्स सीधे ट्रेन के किसी भी कोच की लाइव तस्वीर देखने के साथ उसमें सवार यात्री की तस्वीर भी देख पाएगा। यात्री कंट्रोल रूम में बैठे व्यक्ति से सीधे बात भी कर पाएंगे। यह कैमरे वाई-फाई सेवा से जुड़े रहेंगे।

मेट्रो के मुताबिक, इस सेक्शन पर कुल 19 ट्रेनें चलेंगी, जिसमें कुल 722 ऐसे कैमरे लगाए गए हैं। प्रत्येक ट्रेन में कुल 38 कैमरे होंगे, जिसमें छह कैमरे ट्रेन के बाहर, तीन आगे और तीन पीछे लगे होंगे, जबकि 32 कैमरे मेट्रो ट्रेन के अंदर लगे होंगे।

प्रत्येक ट्रेन में छह कोच होंगे। इस लाइन पर कोच की संख्या न तो बढ़ाई जा सकेगी और न ही घटाई जा सकेगी। बुधवार को इस लाइन के खुलने के साथ साउथ व नॉर्थ दिल्ली आपस में जुड़ जाएंगे। डीयू का साउथ कैंपस भी मेट्रो नेटवर्क से जुड़ जाएगा।

खुलने वाले सेक्शन में ये स्टेशन पड़ेंगे

मजलिस पार्क, आजादपुर, शालीमार बाग, नेताजी सुभाष प्लेस, शकूरपुर, पंजाबी बाद पश्चिम, ईएसआई अस्पताल, राजौरी गार्डन, मायापुरी, नारायणा विहार, दिल्ली छावनी, दुर्गाबाई देशमुख साउथ कैंपस (धौला कुंआ)। 

आजादपुर मेट्रो स्टेशन पर लगा एसी जैसा काम करने वाला पंखा
आजादपुर मेट्रो स्टेशन में एक ऐसी तकनीक वाला पंखा लगाया गया है जो चलेगा तो धीमे, लेकिन हवा जोरदार देगा। 5 मीटर व्यास वाला यह विशाल पंखा न सिर्फ मेट्रो स्टेशन में एसी की कमी को पूरा करेगा, बल्कि हवा के आवागमन को भी बनाए रखने में मददगार होगा। दिल्ली मेट्रो ने पहली बार इस तरह के कुल पांच पंखे लगाए हैं।

इनको सिंगापुर की एलटीआई नाम की कंपनी ने लगाया है। दिल्ली मेट्रो ने कहा कि यह कम ऊर्जा की खपत के साथ ज्यादा प्रभावकारी होगा। वहीं एसी से होने वाले ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन जैसी समस्या भी इस पंखे से नहीं होगी। यानी जलवायु परिवर्तन के लिहाज से भी यह बेहतर कदम है।

पिंक लाइन पर छह कोच की 19 ट्रेनें चलेंगी

पिंक लाइन के 21.56 किलोमीटर के इस सेक्शन पर कुल 19 ट्रेनें चलेंगी। सभी ट्रेन छह कोच वाली होंगी। इस दौरान साउथ कैंपस से शकूरपुर स्टेशन के बीच पीक आवर्स में प्रत्येक 3.28 मिनट पर ट्रेन मिलेगी।

ऑफ पीक आवर्स में यह 4 मिनट हो जाएगी। इसी तरह मजलिस पार्क से शकूरपुर स्टेशन के बीद पीक आवर्स में 5.12 मिनट और ऑफ पीक आवर्स में 6 मिनट में ट्रेन मिलेगी। रविवार थोड़ी देर से यानी सुबह आठ बजे ट्रेन मिलेगी। स्टेशनों पर पहले दिन पीएसडी (प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर) उपलब्ध होगा।

पिंक लाइन के खुलने से बचेगा समय
कहां से कहां तक पहले समय अब समय 
द्वारका से रिठाला 84 67.50 मिनट 
द्वारका से समयपुर बादली 94 74 
राजौरी गार्डन से एनएसपी 37 11 मिनट 
राजौरी गार्डन से आजादपुर 47 16.22 मिनट 
आजादपुर से एनएसपी 34 5 मिनट
नोट -सभी समय मिनट में है।

डीएमआरसी का बयान   

केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार को इस लाइन का उद्घाटन करेंगे। उसी दिन शाम को छह बजे से यह आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। कुल 12 स्टेशन इस सेक्शन पर है, जिसपर कुल चार नए इंटरचेंज होंगे।

इसमें से तीन पर पहले दिन से चालू होगा और चौथे के लिए जून तक इंतजार करना होगा। ड्राइवरलेस तकनीकी वाले मेट्रो ट्रेन होगी, लेकिन फिलहाल यह ड्राइवर के साथ चलेगी। हम मेट्रो को चलने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सभी सुरक्षा जांच के बाद इस सेक्शन को खोला जा रहा है।  
अनुज दयाल, कार्यकारी निदेशक, जनसंपर्क विभाग डीएमआरसी 

डीयू के नॉर्थ व साउथ कैंपस जुड़ जाएंगे
पिंक लाइन के इस सेक्शन के खुलने से डीयू का नॉर्थ व साउथ कैंपस मेट्रो नेटवर्क पर आ जाएगा। पिंक लाइन का आजादपुर मेट्रो स्टेशन पहले से चल रही यलो लाइन के आजादपुर स्टेशन पर जुड़ेगा। नॉर्थ से साउथ कैंपस जाने के लिए छात्र विश्वविद्यालय से सीधे आजादपुर जाएंगे वहां से पिंक लाइन पर जाकर सीधे साउथ कैंपस (दुर्गाबाई देशमुख) पहुंच पाएंगे। पहले उन्हें विश्वविद्यालय से नई दिल्ली आना पड़ता था फिर एयरपोर्ट लाइन पर अलग से किराया देकर फिर धौला कुंआ जाना पड़ता था। 

फैक्ट फाइल:
58.59 किलोमीटर लंबी है पूरी लाइन। 
95.36 फीसदी काम दिसंबर तक पूरा हुआ है। 
20 किलोमीटर का सेक्शन फिलहाल खुलेगा। 
12 स्टेशन कुल होंगे खुलने वाले सेक्शन पर। 
04 नए इंटरचेंज बनेंगे जो रेड, यलो, ब्लू व एयरपोर्ट लाइन से जुड़ेंगे। 
23.6 किलोमीटर सबसे ऊंचे प्वाइंट से जुड़ेगा।

मेट्रो में पहली बार इंटरचेंज स्टेशनों पर ट्रेवलेटर की सुविधा

21.56 किलोमीटर के इस सेक्शन पर कुल 12 स्टेशन होंगे। इसके खुलने से दिल्ली मेट्रो पर चार नए इंटरचेंज होंगे। इनमें से दो पर पहली बार एयरपोर्ट की तरह एक लाइन से दूसरे लाइन को जोड़ने वाले फुटओवरब्रिज पर ट्रेवलेटर की सुविधा मिलेगी। इससे लोगों को पैदल नहीं चलना पड़ेगा।

ये चार इंटरचेंज आजादपुर मेट्रो स्टेशन पर यलो लाइन (गुरुग्राम के लिए), राजौरी गार्डन पर ब्लू लाइन (वैशाली, नोएडा से द्वारका), नेताजी सुभाष प्लेस स्टेशन रेड लाइन (दिलशाद गार्डन से रिठाला) और साउथ कैंपस पर एयरपोर्ट लाइन से जुड़ेगा। चार में से दो राजौरी गार्डन और साउथ कैंपस पर इंटरचेंज स्टेशन को कनेक्ट करने के लिए कुल 26 ट्रेवलेटर्स अलग-अलग जगह लगाएं जाएंगे।

राजौरी गार्डन पर पहले दिन से ट्रेवलेटर की सुविधा होगी। राजौरी गार्डन पर इंटरचेंज स्टेशन को कनेक्ट करने के लिए 250 मीटर का एफओबी (फुट ओवर ब्रिज) बनेगा। इसमें कुल 4 ट्रेवलेटर्स लगेंगे। पहले दिन से यह आम लोगों के लिए उपलब्ध होगा।

दूसरा ट्रेवलेटर साउथ कैंपस से एयरपोर्ट लाइन के धौलाकुंआ को जोड़ने के लिए बनेगा। इसके लिए 920 मीटर का एफओबी बनेगा, जिसपर कुल 22 ट्रेवलेटर्स लगेंगे। इसपर फिलहाल काम चल रहा है। यह जून 2018 तक आम लोगों के लिए उपलब्ध होगा। बाकी जिन दो स्टेशनों आजादपुर पर 193 व नेताजी सुभास प्लेस पर 294 मीटर पैदल चलकर इंटरचेंज स्टेशन तक जाना पड़ेगा।

 
 

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