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मेडिकल अटेंडेंट बनकर रोहतक जेल तक पहुंची थी हनीप्रीत

चंडीगढ़ : डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सीबीआई कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद हनीप्रीत किस आधार पर पंचकूला से रोहतक तक हैलीकाप्टर में सवार होकर गई थी। पिछले करीब माह से छाए इस सवाल का जवाब आज सामने आ गया है। राम रहीम की एक मैडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक हुई है। जिसके आधार पर हनीप्रीत मैडिकल अटैंडेंट बनकर उसके साथ रोहतक जेल में पहुंचने में कामयाब हुई थी। साध्वी यौन शोषण मामले में राम रहीम के विरूद्ध सीबीआई कोर्ट ने 16 अगस्त को फैसला आरक्षित रखा था। माना जा रहा है कि वकीलों के माध्यम से राम रहीम को इस बात के संकेत मिल गए थे कि उन्हें सजा हो सकती है। जिसके चलते 17 अगस्त को डेरा सच्चा सौदा में एक बैठक में पूरी रणनीति तैयार की गई थी। इस बैठक के अगले ही दिन 18 अगस्त को चार सीनियर डाक्टरों ने राम रहीम की डाक्टरी जांच करके एक रिपोर्ट तैयार की थी। राम की जांच करने वाले निजि अस्पताल नई दिल्ली के चिकित्सको तथा सिरसा के दो डाक्टरो ने अपनी रिपोर्ट में राम रहीम को वर्ष 2007 से लेकर 2017 तक हुई बीमारियों का विस्तृत उल्लेख करते हुए कहा गया था कि राम रहीम की शरीरिक स्थिति ऐसी नहीं है कि वह अकेले कहीं आ जा सकें। जिसके चलते एक चिकित्सा सहयोगी की जरूरत है।

सूत्रों की मानें तो 25 अगस्त को राम रहीम जब पंचकूला की अदालत में पेशी के लिए आया तो वह डाक्टरों की रिपोर्ट अपने साथ लेकर आया था। जैसे ही अदालत की कार्यवाही शुरू तो राम रहीम ने रक्तचाप बढऩे की शिकायत की। इसके बाद उनके वकीलों ने जज को मैडिकल रिपोर्ट दिखाई। यह रिपोर्ट दिखाए जाने के बाद पंचकूला कोर्ट परिसर के बाहर खड़ी हनीप्रीत को अन्दर बुलाया गया। इसके बाद हनीप्रीत ने पूरे घटनाक्रम को कैसे मैनेज किया। यह किसी को नहीं पता चला लेकिन दावा किया जा रहा है कि इसी मैडिकल रिपोर्ट के आधार पर हनीप्रीत पंचकूला कोर्ट परिसर से सेना के पश्चिमी कमान मुख्यालय तक और वहां से हैलीकाप्टर में सवार होकर रोहतक जेल तक जाने में कामयाब हुई थी।

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