उत्तर प्रदेशराज्य

लखनऊ के मूक-बधिर बच्चों के स्कूल में घुसा तेंदुआ बेहोश कर अा पकड़ा गया

लखनऊ। ठाकुरगंज इलाके के सेंट फ्रांसिस मूक बधिर स्कूल में शनिवार को तेंदुआ घुस आया। आबादी में तेंदुआ घुसने से पूरे शहर में हड़कंप मच गया। पुलिस और प्रशासन के अलावा प्राणी उद्यान की रेस्क्यू टीम के अलावा हजारों लोगों ने स्कूल को घेर लिया। करीब आठ घंटे तक दहशत और खौफ के बीच रेस्क्यू टीम ने तेंदुए को बेहोशी का इंजेक्शन लगाकर प्राणी उद्यान पहुंचा दिया।लखनऊ के मूक-बधिर बच्चों के स्कूल में घुसा तेंदुआ बेहोश कर अा पकड़ा गया

मूक बधिर स्कूल में शनिवार सुबह करीब 10:05 बजे दिखा तेंदुआ शाम करीब 6:05 बजे काबू में किया जा सका। चार साल उम्र का ये नर तेंदुआ है। जिस समय में तेंदुआ स्कूल परिसर में विचरण कर रहा था, तब यहां के हास्टल में करीब 60 बच्चे थे और स्टाफ के 11 सदस्य भी मौजूद थे। स्कूल की सिस्टर अनत ने सबसे पहले तेंदुए को लॉन में देखा। बाद में सीसीटीवी फुटेज में भी तेंदुआ दिखाई दिया तो पुलिस को सूचना दी गई।

इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने हॉस्टल को लॉक कर दिया। बच्चे अंदर ही रहे। मौके पर कई थानों की पुलिस और पीएसी बल पहुंचा। पुलिस ने इस घटना की जानकारी वन विभाग को दी। इसके बाद लखनऊ प्राणि उद्यान की रेस्क्यू टीम करीब 1:45 बजे यहां पहुंची। टीम का नेतृत्व प्राणि उद्यान के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. उत्कर्ष शुक्ला ने किया। 

दो बजे पहुंची प्राणि उद्यान की टीम

स्कूल में तेंदुआ होने की खबर इलाके में जंगल में आग की तरह फैल गई। तमाशबीनों की भीड़ बढ़ती देख स्कूल का गेट बंदकर पुलिस ने नाकाबंदी कर दी। दोपहर करीब 1:45 बजे डॉ. उत्कर्ष शुक्ला के नेतृत्व में टीम यहां पहुंच गई।

वन विभाग की रेस्क्यू टीम करीब 1:45 बजे यहां पहुंची। इसके बाद तेंदुआ को स्कूल में खोजने का लंबा अभियान चला। तेंदुआ के स्कूल के असेम्बली स्टेज के बेसमेंट में होने का अनुमान लगाया जाता रहा। बेसमेंट के भीतर एक और कमरा है। उसका भी गेट खुला है। जिससे यह रेस्क्यू ऑपरेशन कठिन हो गया है। बेसमेंट भीतर बांस के जरिये लाइट का इंतजाम किया गया। 

बेसमेंट में धूल पर कुछ पगमार्क दिखे। इसके बाद रेसक्यू टीम सक्रिय हो गई। डॉ. उत्कर्ष शुक्ला भी वहां पर ट्रेंकुलाइजर गन के साथ डटे थे। तेंदुआ को पकडऩे के लिए कमरे के दरवाजे पर पिंजरा डाला गया। कमरे के एक गेट को प्लाई के बंद किया गया जबकि दूसरे गेट पर पिंजरा लगाया गया। कई बार तेंदुआ पिंजरा के पास आकर लौट गया। इस मौके पर मौजूद स्कूल की सिस्टर्स ने तेंदुआ को फ्रांसिस नाम दिया। सिस्टर ने बताया कि सेंट फ्रांसिस जानवरों से बहुत प्यार करते थे। तेंदुआ को देखने के लिए वहां पर काफी भीड़ उमड़ पड़ी। भीड़ से वहां पर निपटने के लिए पुलिस को लाठी भी चलानी पड़ी। सेंट फ्रांसिस स्कूल स्कूल में 10 बजकर11 मिनट पर प्रधानाचार्य ज्योसिया मैरी ने सीसीटीवी कैमरा पर तेंदुआ को स्टेज की ओर जाते हुए देखा।

स्कूल में 60 बच्चों को हास्टल में शिफ्ट किया गया। स्कूल में कुल 129 लड़के-लड़कियां हैं। स्कूल के कर्मियों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी। सीओ ने बताया कि कर्मचारियों के साथ ही सिसट्र्स ने भी सीसीटीवी पर तेंदुआ को देखा। इसके बाद वन विभाग की टीम वहां पहुंची, लेकिन तेंदुआ का कुछ भी पता नहीं चला। ठाकुरगंज के सेंट फ्रांसिस स्कूल में तेंदुआ की दस्तक के कारण खलबली मची है। 

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