उत्तराखंडराज्य

लजीज व्यंजनों के साथ उत्तराखंड में पहली बार झील के बीच में होगी कैबिनेट बैठक

एजेंसी: उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार कैबिनेट बैठक इस तरह से होने जा रही है। इतना ही नहीं झील के बीच में ही लोग लजीज व्यंजनों का लुत्फ भी उठा सकेंगे। टिहरी झील किनारे कोटी कालोनी में फ्लोटिंग मरीना में बुधवार को होने वाली कैबिनेट बैठक की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जिले में पहली बार हो रही कैबिनेट बैठक को लेकर स्थानीय लोगों में खासा उत्साह है।

लजीज व्यंजनों के साथ उत्तराखंड में पहली बार झील के बीच में होगी कैबिनेट बैठकबैठक पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर एक बजे तक फ्लोटिंग मरीना (रेस्टोरेंट) में होगी। इसके लिए फ्लोटिंग मरीना को फूलों से सजाया जा रहा है। मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य बोट पर सवार होकर फ्लोटिंग मरीना तक पहुंचेंगे। इसके लिए चार बोटों का विशेष इंतजाम किया गया है। अस्थायी हेलीपैड भी बनकर तैयार हो गया है।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज एक साथ हेलीकॉप्टर से 8.50 बजे कोटी कालोनी पहुंचेंगे। सीएम सबसे पहले 25 से 27 मई तक प्रस्तावित टिहरी महोत्सव की तैयारियों का निरीक्षण करेंगे।

इसके बाद कैबिनेट की बैठक में शिरकत करेंगे। वित्त और संसदीय कार्य मंत्री प्रकाश पंत, वन मंत्री हरक सिंह रावत, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्य कार से कोटी कालोनी पहुंचेंगे। मंगलवार को डीएम सोनिका और एसएसपी बिमला गुंज्याल ने कैबिनेट बैठक की तैयारियों का जायजा लिया।

डेढ़ बजे तक बंद रहेगी बोट की सेवा
कोटी कालोनी में कैबिनेट बैठक के दौरान टिहरी झील में संचालित होने वाली व्यावसायिक बोट सेवा सुबह 9 बजे से अपराह्न डेढ़ बजे तक बंद रहेगी। सुरक्षा की दृष्टि से जिला प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। बोट संचालकों के साथ बैठक कर एसडीएम चतर सिंह चौहान ने उन्हें नियमों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए।

फाणू, चौंसा और सिंगोरी की मिठाई का स्वाद लेंगे माननीय

टिहरी झील के किनारे फ्लोटिंग मरीना (रेस्टोरेंट) में होने वाली कैबिनेट बैठक के बाद मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के सदस्यों को दिन के भोज में उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजन परोसे जाएंगे। फाणू, चौंसा, पुदीने की चटनी का स्वाद माननीय लेंगे। स्वीट डिस में झंगोरे की खीर और टिहरी की प्रसिद्ध सिंगोरी की मिठाई दी जाएगी।

कैबिनेट बैठक से पूर्व कोटी कालोनी पहुंचने पर जिला प्रशासन की ओर से मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के सदस्यों का पारंपरिक ढोल-दमाऊं के साथ स्वागत किया जाएगा। जिलाधिकारी सोनिका ने बताया कि 25 मई से आयोजित होने वाले टिहरी महोत्सव में भी उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजनों का स्टॉल लगाया जाएगा, ताकि इन्हें खूब मार्केटिंग मिल सके।

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