टॉप न्यूज़फीचर्डब्रेकिंगराष्ट्रीय

शहीद जवानों के परिवार समेत शोक और गुस्से में देश, पाकिस्तान को सबक सिखाना जरूरी


नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिला के गोरीपोरा में हुए अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले के बाद पूरा देश शोक की लहर में डूब गया है। इस आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के परिवार का बुरा हाल है। शहीद हुए जवाब छुट्टी मनाकर लौट रहे थे। देश की शान और मान के लिए अपनी जान न्योछावार करने वाले 37 शहीद जवानों में से 12 उत्तर प्रदेश के सपूत हैं। देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों में दो बिहार और तीन राजस्थान के लाल भी शामिल हैं। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज कृतज्ञ भारत उन सभी वीर जवानों को, जिन्होंने अपने प्राणों का बलिदान किया है, उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है। इस कठिन घड़ी में उनके परिवारों के साथ पूरी तरह खड़ा है। शान्ति और अमन को भंग करने वाले सभी तत्वों के नापाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए हम दृढ़संकल्पित हैं। भारत की शान और मान के लिए अपनी जान न्योछावार करने वाले 37 शहीद जवानों में से 12 उत्तर प्रदेश के सपूत हैं। इनमें दो शामली जिले के जवान हैं। इन जवानों के शहीद होने की सूचना जैसे ही घरों तक पहुंची, गांव में कोहराम मच गया। उत्तर प्रदेश के शहीद जवानों में चंदौली के अवधेश कुमार, प्रयागराज के महेश कुमार, शामली के प्रदीप कुमार प्रजापति व अमित कुमार, वाराणसी के शहीद रमेश यादव, आगरा के कौशल कुमार रावत, उन्नाव के अजीत कुमार, कानपुर देहात के श्याम बाबू, कन्नौज के प्रदीप सिंह यादव, देवरिया के विजय कुमार मौर्य, महराजगंज के पंकज त्रिपाठी व मैनपुरी के राम वकील ने अपनी जान देश के लिए न्योछावर कर दी है। पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए उत्‍तर प्रदेश के महाराजगंज के जवान पंकज त्रिपाठी का परिवार शोक में डूबा। आतंकी हमले में शहीद हुए भागलपुर के सीआरपीएफ जवान रतन ठाकुर के पिता बोले, ‘मैंने भारत मां की सेवा में एक बेटा कुर्बान कर दिया, दूसरे को भी लड़ने के लिए भेजूंगा। उसे भी भारत मां के लिए कुर्बान करने को तैयार। पाकिस्तान को करारा जवाब दिया जाना चाहिए।’ पंजाब के गुरदासपुर में रहने वाले सीआरपीएफ के जवान मनिंदर सिंह भी पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हो गए, जैसे ही यह खबर पहुंची, पूरा परिवार शोक में डूब गया। पुलवामा आतंकी हमले में शहीद होनेवाले सीआरपीएफ जवान रमेश यादव के वाराणसी स्थित घर में भी शोक का माहौल है।

पूरा परिवार गम में डूब गया है। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा क्षेत्र में आतंकी हमले में शहीद होने वाले सीआरपीएफ के 44 जवानों में तरनतारन के गांव गंडीविंड धत्तल का सुखजिंदर सिंह भी शामिल हैं। सुखजिंदर सिंह की शहादत की खबर वीरवार की रात जब गांव पहुंची तो परिवार को पहले यकीन ही नहीं हुआ। शहीद के भाई गुरजंट सिंह जंटा ने परिवार को जब शहादत की जानकारी दी तो पूरा परिवार सन्न रह गया। सुबह ही सुखजिंदर ने फोन कर भाई से पूछा था कि मेरा गुरजीत रोता तो नहीं है और थोड़ी देर बाद ही उसकी शहादत की खबर आ गई। इसके बाद तो परिवार में कोहराम मच गया।

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में गुरुवार को अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अवंतीपोरा के पास गोरीपोरा में हुए हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए। लगभग दो दर्जन जवान जख्मी हैं। इनमें से कई की हालत गंभीर है। हमले को पाकिस्तान से संचालित जैश-ए-मुहम्मद के आत्मघाती दस्ते अफजल गुरु स्क्वाड के स्थानीय आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास ने अंजाम दिया। उसने 320 किलो विस्फोटकों से लदी स्कॉर्पियो को सीआरपीएफ के काफिले में शामिल जवानों से भरी एक बस को टक्कर मारकर उड़ा दिया। काफिले में शामिल तीन अन्य वाहनों को भी भारी क्षति पहुंची।

Related Articles

Back to top button