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शानदार कलाकारों से भरी है शाहिद कपूर की ‘मिडिल क्लास फेमिली’

मुम्बई : अभिनेता शाहिद कपूर की फिल्म कबीर सिंह इस समय बॉक्स ऑफिस में धमाल मचा रही है। शाहिद कपूर की फिल्म कबीर सिंह को लोग खूब पसंद कर रहे हैं खास कर कबीर सिंह के किरदार में शाहिद कपूर की एक्टिंग को। लंबे समय बाद शाहिद कपूर की किसी फिल्म ने इतना कमाल दिखाया है। फिल्में तो शाहिद ने खूब की हैं लेकिन किरदार अच्छा निभाने के बाद भी वो फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कुछ कमाल नहीं कर पायी और फ्लॉप फिल्मों की लिस्ट में शामिल होती चली गई। कबीर सिंह से पहले शाहिद कपूर की फिल्में भले ही सुपरहिट न हुईं हो लेकिन उनके के रोल को पसंद किया गया था। शाहिद कपूर कैसे अपने आप को पूरी तरह किरदार में ढ़ाल लेते हैं इसके पीछे एक वजह है उनका परिवार। शाहिद कपूर के परिवार में थियेटर, आर्ट्स और सिनेमा का कल्चर काफी समृद्ध है। शाहिद कपूर के मां-बाप और भाई थियेटर से ही जुड़े हैं। शाहिद कपूर के परिवार में इतना टेलेंट होने के बाद भी इस परिवार का नाम बॉलीवुड में ‘खान’ और ‘कपूर’ खानदान जैसा नहीं हैं। शाहिद कपूर के माता-पिता ने अपने परिवार और शाहिद कपूर को मिडिल क्लास बच्चे की तरह पाला। कोई लग्जरी लाइफ नहीं दी।

शाहिद कपूर ने इंडस्ट्री में स्ट्रगल करके अपना नाम बनाया है। शाहिद कपूर को इसलिए कभी नेपोटिज्म जैसी चर्चाओं में शामिल नहीं होना पड़ा। शाहिद पंकज कपूर के बेटे हैं। पंकज जाने माने नाटककार हैं, उन्होंने कई फिल्मों और टीवी के धारावाहिकों में काम किया हैं। 80 के दशक में दूरदर्शन पर प्रसारित जासूसी धारावाहिक करमचंद में पकंज कपूर नें मुख्य भूमिका निभाई थी। यह धारावाहिक उनकी सबसे मशहूर भूमिकाओं में से हैं। उनकी अन्य सराहनीय फ़िल्मों में एक डॉक्टर की मौत (1991) तथा विशाल भारद्वाज निर्देशित मक़बूल (2003) शामिल हैं। नीलिमा भी एक जानी-मानी एक्ट्रेस हैं। नीलिमा ने बिरजू महाराज से ट्रेनिंग भी ली थी। अज़ीम हिंदी भाषा की फिल्मों के साथ टेलीविज़न के फ़िर वही तालाश, आम्रपाली, द स्वॉर्ड ऑफ़ टीपू सुल्तान और जूनून उनके लोकप्रिय टेलीविजन धारावाहिक की श्रृंखला में भी दिखाई दी थी। शाहिद कपूर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके लिए परिवार के क्या मायने हैं। शाहिद कपूर कभी शोऑफ करना नहीं पसंद करते ऐसा करना उन्होंने अपने परिवार से ही सीखा हैं। मिडिल क्लास एप्रोच उनके सामान्य व्यवहार में भी दिखाई देता है। वे शादी के बाद अपनी फैमिली को ज्यादा से ज्यादा वक्त देना पसंद करते हैं।

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