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सार्क सम्मेलन में बोले नवाज, पाक खुद है आतंकवाद का शिकार

इस्लामाबाद। सार्क देशों के गृहमंत्रियों के सम्मेलन की शुरुआत करते हुए पीएम नवाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के खात्मे के लिए प्रतिबद्ध है। आतंकवाद के सफाए के लिए पाकिस्तान जर्ब-ए-अज्ब चला रहा है और इसे हम आगे भी जारी रखेंगे। सरकार का मानना है कि पाकिस्तान की मिट्टी का इस्तेमाल सिर्फ अच्छे कामों के लिए ही किया जा सकता है। आतंक के खिलाफ लड़ाई में राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अहम कामयाबी मिली है।50708682

सार्क अपने मकसद को पूरा करने में कामयाब रहा है। सार्क देशों के सामने बहुत सी चुनौतियां हैं। लेकिन इन सबके बीच ये संगठन अपने उद्देश्यों को पूरा कर रहा है। क्षेत्रीय सहयोग के लिए हमें अभी भी बहुत कुछ करने की जरूरत है। इसमें शक नहीं है कि सार्क के अंदर कुछ देशों में मतभेद है। लेकिन हमें अंतरविरोधों के साथ आगे बढ़ना चाहिए।

पाक के साथ द्विपक्षीय बातचीत नहीं

भारत ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय बातचीत नहीं होगी। केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने कहा कि सार्क सम्मेलन के दौरान तय एजेंडे पर ही बातचीत होगी। गृहमंत्री राजनाथ सिंह और सार्क देशों के गृहमंत्री पाक पीएम नवाज शरीफ से मुलाकात करेंगे। भारत ने सार्क टेरर अफेंस मॉनिटरिंग डेस्क को तीन से चार प्रस्ताव मुहैया कराए है।

यह है STOMD

सम्मेलन में राजनाथ सिंह भारत की तरफ से सार्क देशों से आतंकवाद का मिलकर मुकाबला करने के लिए सार्क टेररिस्ट ऑफेंसज मॉनिटरिंग डेस्क (STOMD) को एक्टिव करने के लिए जोर देंगे। वर्ष 1995 में श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में बने यह डेस्क तकनीकी कारणों से अब तक ऑपरेशनल नहीं हुआ है।

आतंकवाद का मिलजुल कर सामना करने की जरूरत

राजनाथ सिंह ने आतंकवाद और संगठित अपराध पर लगाम लगाने के लिए दक्षेस देशों के साथ उपयोगी वार्ता की उम्मीद जताई है। बुरहान वानी की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी के बीच राजनाथ सिंह की यात्रा का आतंकी संगठन विरोध कर रहे हैं। ऐसे में भारत और पाकिस्तान के गृहमंत्रियों की संभावना को पहले ही नकारा जा चुका है। लेकिन दक्षेस मंच का इस्तेमाल करते हुए राजनाथ सिंह पाकिस्तान को भारत में आतंकी हमले करने वाले लश्करे तैयबा और जैश ए मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों पर लगाम लगाने को कह सकते हैं।

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