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सिर्फ प्रचार पर ही ख़त्म कर दिया गया ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का बजट

केंद्र सरकार ने साल 2014 से साल 2019 तक कुल 659 करोड रुपए वह सिर्फ बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ को आवंटित कर चुकी है जिसमें करीब 159 करोड़ रुपए उसने जीरो और राज्यों को भेजे हैं. वहीं इसके अलावा 364.66 करोड रुपए उसने मेरे संबंधी कार्यों में खर्च किए हैं वहीं 53.66 करोड रुपए जारी ही नहीं किए गए हैं.

सिर्फ प्रचार पर ही ख़त्म कर दिया गया ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का बजटबेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ जिसके जरिए सरकारी नारा देकर लोगों को बेटी बचाने का संदेश दे रही थी इसके लिए आप खबर यह है कि सरकार 55 फीसद से भी ज्यादा का हिस्सा सिर्फ प्रचार प्रसार नहीं खर्च कर दिया यानी असल में कुछ काम हुआ या नहीं हुआ इस बात पर पैसा खर्च ना होकर सिर्फ इसके प्रचार में मोदी सरकार ने अधिकतर पैसा खर्च कर दिया है.

इस बारे में जानकारी देते हुए इस साल बीते 4 जनवरी को लोकसभा में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार सिंह ने यह जवाब दिया है जिसके बाद यह जानकारी सामने मिली है उन्होंने अपने जवाब में बताया कि बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ योजना प्रसाद 2014- 15 से साल 2018 तक सरकार ने अब तक कुल करीब ₹648 करोड़ आवंटित कर चुकी है जिसमें केवल 159करोड़ रुपए ही जिलों और राज्यो को भेजे गए है.

इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने अपने जवाब में बताएं कि साल 2018-19 के लिए सरकार ने ₹280 आवंटित किए थे वही जिसमें 155.71 करोड रुपए केवल मीडिया संबंधित गतिविधियों पर खर्च कर दिया गया इसके अलावा 70.63 करोड रुपए की राज्य और जिले के लिए जारी किए गए जबकि सरकार ने 19 से अधिक की धनराशि जारी ही नहीं करी है वह इसी तरह अगर 2017 और 18 की बात करें तो सरकार ने 200 करोड़ आवंटित किए थे.  जिसमें धनराशि जिसमें धनराशि करीब 135.71 करोड रुपए मीडिया संबंधित गतिविधियों में खर्च किए गए वहीं साल 2016 से 17 में सरकार ने 29.79 करोड रुपए मिले संबंधित गतिविधियों पर खर्च करें जबकि केवल 2.9 करोड रुपए की राज्य एवं जिलों को दिए गए थे.

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