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‘स्मार्ट वॉच’ के जरिए होगी नगर निगम के सफाई कर्मचारी और आला अधिकारियों की निगरानी

लखनऊ के नगर निगम में काम करने वाले कर्मचारियों की अब स्मार्ट वॉच से निगरानी की जाएगी। घड़ी पहनने के बाद इसके सेंसर से कर्मचारियों की लोकेशन मिलेगी और पता चल सकेगा कि वे ड्यूटी के समय कहां हैं।

लखनऊ: लखनऊ में नगर निगम के सफाई कर्मचारी से लेकर आला अधिकारियों की निगरानी अब ‘स्मार्ट वॉच’ के जरिए होगी। मंगलवार को महकमे के 40 अफसरों को यह घड़ियां पहना भी दी गईं। अपर नगर आयुक्त अमित कुमार के मुताबिक 110 वॉर्डों में तैनात करीब छह हजार सफाई कर्मचारियों पर नजर रखने के लिए इस तकनीक का सहारा लिया जा रहा है। कई पार्षदों, वरिष्ठ और गणमान्य नागरिकों की तरफ से आरोप लग रहे थे कि 20 फीसदी से ज्यादा सफाई कर्मचारी महज कागजों पर ही तैनात हैं, जिनके वेतन भुगतान के बहाने करोड़ों रुपये के वारे-न्यारे हो रहे हैं।

इस पहल से इन तमाम अटकलों पर भी विराम लग जाएगा। हालांकि पार्षदों की तरफ से अधिकारियों पर भी इस घड़ी के जरिए नजर रखने की मांग हो रही थी, लिहाजा सबसे पहले नगर आयुक्त ने यह घड़ी पहनी और सभी अधिकारियों को भी पहनवा दी। अपर नगर आयुक्त अमित कुमार के मुताबिक शुरुआती चरण में छह हजार घड़ियां मंगाई गई हैं, लेकिन जरूरत के मुताबकि इसे बढ़ाया भी जा सकता है। सभी घड़ियां बांटने के साथ ही निगरानी के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा। ये घड़ियां बेंगलुरु की एक आईटीआई ने बनाई हैं।

एक साथ 10 अधिकारी होंगे कनेक्ट:-

कर्मचारी अगर किसी परेशानी में फंसता है तो उसके लिए घड़ी में पैनिक बटन बनाया गया है। इस बटन के दबाते ही एक साथ 10 नंबरों पर बात हो सकेगी। इस सूची में नगर आयुक्त से लेकर अपर नगर आयुक्त, जोनल अफसर और पर्यावरण अभियंता के नंबर शामिल होंगे।

मुफ्त मिलेगी घड़ी, मामूली रिचार्ज:-

यह घड़ी नगर निगम को पूरी तरह से मुफ्त मिल रही है। हालांकि अगर कोई घड़ी टूटती या गायब होती है तो उसके एवज में नगर निगम को छह हजार रुपये का भुगतान करना पड़ेगा। अपर नगर आयुक्त अमित कुमार के मुताबिक हर घड़ी में लगी सिम को रिचार्ज करवाने के लिए 259 रुपये का पैकेज लिया गया गया है।

ऐसे होगी निगरानी:-

  • हर कर्मचारी को घड़ी पहनाने से पहले उसका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। ऐसा होते ही उसकी फोटो व अन्य डीटेल डेटा बैंक में आ जाएगी।
  • घड़ी के पिछले हिस्से में सेंसर होगा। उतरते ही पता चल जाएगा कि घड़ी शरीर से अलग कर दी गई है।
  • वॅार्ड में कर्मचारी जैसे ही अपनी चौहद्दी के दायरे में आएगा, वैसे ही कंट्रोल रूम में उसकी लोकेशन हरे रंग से दिखने लगेगी।
  • दायरे से बाहर जाते ही यह रंग लाल हो जाएगा।
  • काम पर आते ही घड़ी से अपनी सेल्फी लेकर भेजनी होगी।
  • अधिकारी इन कर्मचारियों से विडियो कॉलिंग भी कर सकेंगे।
  • घड़ी के जरिए कंट्रोल रूम में बैठे-बैठे यह भी पता चल जाएगा कि कर्मचारी काम कर रहा है या नहीं।

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