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कितना सच है पाकिस्तान में हिंदुओं को पीटने वाला वायरल वीडियो: विडियो

पाकिस्तान में हिंदुओं पर हमले की घटनाएं आम बात हैं, लेकिन इस बार इंतेहा हो रही है. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि हिंदू परिवारों को पाकिस्तान की पुलिस खदेड़-खदेड़ कर पीट रही है. इस वीडियो को ये लिखकर शेयर किया जा रहा है कि “देखें पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ क्या होता है. इस वीडियो को देखने के बाद आपकी आंखें भर जाएंगी, हो सके तो कुछ और लोगों को जगा देना.”

वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि बहुत सारे पुलिस के जवान जिन्होंने काले रंग की वर्दी पहनी हुई है, उसपर इंग्लिश में लिखा हुआ है…..”नो फियर”. वे घरों में जबरन घुसकर लोगों पर डंडे और लात-घूंसे बरसा रहे हैं. घर की महिलाएं चीखती-चिल्लाती हुई नज़र आ रही हैं. पुलिसवाले एक आदमी को घर से खींचकर बाहर निकाल रहे हैं. सबको लाइन में लगाकर एक गाड़ी में डाल दिया जाता है.

इस वायरल वीडियो को एक हफ्ते में सबसे ज़्यादा बीजेपी मिशन 2019 नाम के फेसबुक पेज पर सबसे ज़्यादा यानी अब तक 15 लाख से ज़्यादा लोग देख चुके हैं. करीब 45 हज़ार से ज़्यादा लोग इसे शेयर कर चुके हैं. इसके अलावा कई लोगों ने भी इसे फेसबुक पेज पर डाला है.

हमने वीडियो देखा तो हम भी हैरान रह गए.  क्या वाकई पाकिस्तान में हिंदुओं को पीटा जा रहा है, क्या पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ जुल्म की अति हो रही है ?, पाकिस्तान में हिंदुओं को लात-घूंसों से मारा जा रहा है. क्यों महिलाएं चिल्ला रही हैं, क्यों आदमी खदेड़े जा रहे हैं ? क्यों हिंदुओं की जानी दुश्मन बनी पाकिस्तान की पुलिस ? इसका हमने इसका हमने फैक्ट चेक किया.

ये वीडियो पाकिस्तान का बताया जा रहा है. इसलिए हमने सबसे पहले वीडियो को इंटरनेट पर रिवर्स सर्च किया. हमें पता चला कि ये वीडियो सबसे पहले 5 अक्तूबर, 2014 को यू-ट्यूब पर बिलाल अफ़गान नाम के एक शख़्स ने पोस्ट किया था. बिलाल ने वीडियो अपलोड करते हुए लिखा था कि पाकिस्तानी पुलिस ने वहां के नागरिकों को घर में पीटा, उन्होंने अपनी पोस्ट में कही पर किसी धर्म का ज़िक्र नहीं किया था.सिर्फ यही नहीं हमें ये वीडियो “पीस वर्ल्डवाइड” नामक एक और यू-ट्यूब पेज पर मिला.जिसे 25 मई 2015 को पोस्ट किया गया था. लेकिन इस वीडियो पर जो कैप्शन था वो चौंकाने वाला था. इस पर लिखा था कि ईसाईयों पर अत्याचार करने वाली पुलिस- मैं चाहता हूं कि हर कोई इस वीडियो को देखे,  यह दर्शाता है कि पाकिस्तानी सरकार द्वारा ईसाइयों के साथ कितना बुरा व्यवहार किया जा रहा है. यहां पाकिस्तानी पुलिस ईसाइयों के घरों पर छापे मार रही है और गिरफ्तार कर रही है और पिटाई कर रही है.

https://www.facebook.com/Bjpmissionfor2019/videos/606099083176513/

ऐसे में हम कन्फ्यूज़ हो गए कि ये वीडियो हिंदुओं की पिटाई का है, या फिर इसाइयों की पिटाई का. अब हमारी पड़ताल और मुश्किल हो गई. इसके लिए हमने सीधे पाकिस्तान का रुख किया. इस्लामाबाद में आजतक के रिपोर्टर हमज़ा आमिर ने बताया कि ये वीडियो पाकिस्तान के फैसलाबाद शहर का है.

और ये वीडियो कोई अल्पसंख्यक हिंदुओं की पिटाई का नहीं है, बल्कि ये वीडियो 11 जून 2013 का है जब फ़ैसलाबाद के खुर्रियंवला टाउन इलाके में बिजली की बेतहाशा कटौती को लेकर लोग सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. लोगों ने गाड़ियों और पेट्रोल पंप तक फूंक डाले, जिसके जवाब में पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त की पुलिस ने कार्रवाई की.और लोगों को घरों में घुस-घुसकर मारा. यहां तक कि महिलाओं को भी नहीं बख्शा. उस वक्त पाकिस्तान के न्यूज़ चैनलों ने भी इस ख़बर को ज़ोर शोर से दिखाया था. जिसके चलते पाकिस्तान के 5 पुलिसकर्मी भी सस्पेंड कर दिये गए थे.

https://www.facebook.com/JaagUthaHaiPakistan/videos/638224426206322/

इस वीडियो को इससे पहले भी कई बार इसी दावे के साथ शेयर किया जा चुका है कि पाकिस्तान में हिंदुओं के साथ जुल्म हो रहा है तो कभी ईसाई के ऊपर. पड़ताल से साफ हो गया है की यह वीडियो  पाकिस्तान के फैसलाबाद में बिजली की समस्या को लेकर हो रहे प्रदर्शन के दौरान. वीडियो 11 जून 2013 की है. प्रदर्शन के दौरान वहां पर भीड़ हिंसक हो गई थी. जिसके जवाबी कार्यवाही में पंजाब पुलिस ने स्थानीय लोगो को पिता को पीटा था , लेकिन इस वीडियो का किसी जाती या धर्म से कोई लेना देना नहीं है. फैक्ट चेक में यह वीडियो फेल साबित हुई.

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