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हिलेरी क्लिंटन ने पिछले साल तुलसी गबार्ड को बताया था रूस की पसंद, 350 करोड़ रुपये का मानहानि केस दर्ज

वॉशिंगटन : अमेरिका में डेमोक्रेट पार्टी से सांसद तुलसी गबार्ड ने पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन पर पांच करोड़ डॉलर (करीब 350 करोड़ रु.) का मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है। हिलेरी ने पिछले साल एक टीवी इंटरव्यू के दौरान गबार्ड पर सांकेतिक तौर पर निशाना साधा था। हिलेरी ने कहा था- “मैं कोई अंदाजा नहीं लगा रही, लेकिन लगता है कि उन्हें (रूसी एजेंसियों को) राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी से ऐसा उम्मीदवार मिल गया है, जो चुनाव में किसी तीसरी पार्टी (डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के इतर) से खड़ा हो सके। हिलेरी ने गबार्ड का नाम लिए बगैर कहा था कि वे रूसी एजेंसियों की पसंदीदा हैं। रूस के पास उसका समर्थन करने के लिए कुछ वेबसाइट्स और प्रोग्राम हैं। तुलसी ने हिलेरी के इस बयान पर बुधवार को ही मुकदमा दर्ज कराया। उन्होंने इशारों में हिलेरी पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रपति पद का चुनाव हारने वाली उम्मीदवार ने उन्हें ‘रूस की पसंद’ कहकर बदनाम किया है। हिलेरी ने 2016 में डेमोक्रेट पार्टी की तरफ से डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव लड़ा था, उन्हें हार मिली थी। तुलसी के वकीलों ने मैनहैटन फेडरल कोर्ट में हिलेरी के खिलाफ मामला दायर किया। एक वकील ने बताया कि हिलेरी ने तुलसी गबार्ड के बारे में झूठ बोला है। चाहे निजी दुश्मनी हो, राजनीतिक दुश्मनी हो या पार्टी में किसी बदलाव का डर हो, हिलेरी और उनके सहयोगी लंबे समय से डेमोक्रेटिक पार्टी में हावी रहे हैं। हिलेरी और तुलसी दोनों ही इसी पार्टी से हैं।

हिलेरी ने पूरे इंटरव्यू के दौरान शो के प्रेजेंटर और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के सहयोगी रह चुके डेविड प्लूफ ने कहा था कि क्लिंटन को लगता है कि गबार्ड राष्ट्रपति चुनाव में किसी तीसरी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर उभरेंगी, जिन्हें ट्रम्प और रूसी एजेंसियों की तरफ से मदद मिलेगी। 15 अक्टूबर के डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की बहस के दौरान गबार्ड ने टीवी कमेंटेटर की आलोचना की थी, जिसमें उसने गबार्ड को कहा था कि आपको ‘रूस की पसंदीदा’ कहा जाता है। मुकदमे के मुताबिक, हिलेरी को तुलसी इसलिए पसंद नहीं हैं, क्योंकि 2016 में राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान तुलसी ने उनका समर्थन न कर सीनेटर बर्नी सैंडर्स का समर्थन किया था।

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