अपराध

10वीं मंजिल से पति ने पत्नी को फेंका नीचे, मरने से पहले महिला ने व्हाट्सअप पर माँ को किया था ये मेसेज

दोस्तों हमारा भारत देश चाहे कितनी भी तरक्की कर ले, कितना भी आधुनिक बन जाए लेकिन यहाँ रहने वाले लोगो की सोच पिछड़ी हुई ही रहेगी. शादी का रिश्ता कहने को तो सबसे पवित्र रिश्ता माना जाता हैं. एक लड़का लड़की से शादी इसलिए करता हैं ताकि उसकी आने वाली जिंदगी में वो अपने सुख दुःख साथ मिल बाँट सके. लेकिन आज भी कई लोगो और परिवार के लिए शादी का मतलब सिर्फ बहुत सारा दहेज़ होता हैं. भारत में आज भी ऐसे कई परिवार हैं जहाँ घर में बहू लाने के बाद उसे आए दिन दहेज़ के लिए प्रताड़ित किया जाता हैं. ऐसे कि बार तो बात इतनी अधिक बढ़ जाती हैं कि किसी की जान तक चली जाती हैं. दहेज़ प्रताड़ना से जुड़ा ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला मामला हरियाणा के सोनीपत से आया हैं. यहाँ एक महिला की 10वी मंजिल से गिरकर संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई. मरने से पहले महिला ने अपनी माँ को व्हाट्सअप पर एक मेसेज भी किया था. आइए विस्तार से जानते हैं क्या हैं पूरा मामला…

जानकारी के मुताबिक ये पूरी घटना हरियाणा के सोनीपत के सेक्टर-10 की बताई जा रही हैं. यहाँ नितिन नाम के व्यक्ति की शादी दो साल पहले दिल्ली के नरेला की रहने वाली अंकिता नाम की एक लड़की के साथ हुई थी. अंकिता के परिवार वालो का आरोप हैं कि शादी के बाद से ही नितिन और उसके परिवार वाले दहेज़ के लिए अंकिता को टार्चर किया करते थे.

हाल ही में बीते शनिवार अंकिता दसवीं मंजिल से गिरकर मृत हालत में पाई गई. अंकिता की इस मौत के पीछे उसके मायके वाले ससुराक पक्ष को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. अंकिता के परिजनों का आरोप हैं कि उसके पति नितिन ने ही अंकिता को दसवीं मंजिल से नीचे फेंका हैं. उधर अंकिता की मौत के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची और लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया. पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम की रिपोर्ट सामने आने के बाद ही इस घटना के बारे में और विस्तार से पता चल सकेगा.

इस पुरे मामले में सबसे दिलचस्प कड़ी ये हैं कि मरने के ठीक कुछ देर पहले अंकिता ने अपनी माँ और भाई के व्हाट्सअप पर एक मेसेज भी भेजा था. मेसेज में अंकिता ने लिखा था कि ‘मेरी मौत के जिम्मेदार मेरा पति नितिन और उसकी माँ हैं. इन दोनों ने मुझे बहुत टार्चर किया हैं.’

अंकिता के परिजनों के बयान के आधार पर पुलिस ने नितिन और उसकी माँ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया हैं. वहीँ आरोपी अभी फरार हैं. पुलिस का कहना हैं कि वो जल्द ही दोनों आरोपियों को पकड़ लेंगे.

ये काफी शर्म की बात हैं कि आज 21वीं सदी में भी भारत की महिलाओं को दहेज़ जैसी चीज के लिए दुःख झेलना पड़ता हैं या जान गवानी पड़ती हैं. दहेज़ जैसी कुप्रथा को रोकने के लिए हमारे देश की नई पीड़ी को आगे आना चाहिए और इस बात का सख्त विरोध करना चाहिए. आने वाली जनरेशन को दी गई सिख ही भविष्य में दहेज़ प्रथा को टोकने में सहायक साबित हो सकती हैं.

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