उत्तर प्रदेशराज्यलखनऊ

168 में से सिर्फ 12 कॉलेजों ने दिया कोर्स और शिक्षकों का ब्योरा

लखनऊ विश्वविद्यालय से सहयुक्त कॉलेज सेल्फ फाइनेंस कोर्सोँ का ब्यौरा देने को तैयार नहीं हैं। कुलपति के निर्देश पर कॉलेज डवपलमेंट काउंसिल (सीडीसी) के डीन ने 20 नवंबर तक यह आंकड़ा मांगा था। लेकिन अंतिम तारीख बीतने के बावजूद दस फीसदी कॉलेजों ने भी ब्यौरा नहीं दिया।
इससे कुलपति की अध्यक्षता वाली प्रस्तावित बैठक भी खटाई में पड़ गई है। कॉलेजों की मनमानी से लाचार लविवि प्रशासन अब दूसरा नोटिस जारी करने की तैयारी कर रहा है। इस बार भी ब्यौरा न दिया तो कार्रवाई होगी। 
विवि से सहयुक्त डिग्री कॉलेजों के स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों में जमकर फर्जीवाड़ा चल रहा है।

कई कोर्स में विद्यार्थी नहीं हैं, जबकि बहुत से कॉलेजों में अर्ह शिक्षकों की तैनाती भी नहीं है। इस पर लगाम लगाने को सीडीसी ने कॉलेजों से उनके यहां चलने वाले पाठ्यक्रमों ब्यौरा देने को कहा है।

जानकारी ई-मेल पर भेजने के साथ सीडीसी कार्यालय में भी जमा करवानी थी, लेकिन कॉलेजों पर नोटिस का प्रभाव नहीं पड़ा। 168 कॉलेजों में से महज 12 ने ही अब तक ब्यौरा उपलब्ध कराया है। अब एक बार फिर से कॉलेजों को नोटिस जारी करने की तैयारी है।

प्रस्तावित बैठक पर संकट

लविवि कुलपति ने सेल्फ फाइनेंस कोर्सों में आ रही शिकायतों को देखते हुए उनकी समीक्षा करने की बात कही थी। इसके लिए उन्होंने नवंबर के आखिर या दिसम्बर के पहले सप्ताह में बैठक करने की बात कही थी। जानकारों का कहना है कि  नाममात्र की छात्र संख्या और गैर अनुमोदित शिक्षकों वाले पाठ्यक्रम समीक्षा के बाद बंद करने की तैयारी है। कॉलेजों के सूचना न देने से बैठक का आयोजन भी फंस गया है।

ये जानकारियां मांगी गई थीं

कॉलेज का नाम, संचालित पाठ्यक्रम, निर्धारित सीट, तीन साल में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों की सत्रवार संख्या, प्रथम सहयुक्तता का सत्र, सहयुक्तता स्थिति-स्थायी या अस्थायी सहयुक्तता, महाविद्यालय की वेबसाइट,  ईमेल आईडी, प्राचार्य और शिक्षकों के नाम, प्राचार्य और शिक्षकों के अनुमोदन की स्थिति, प्राचार्य और शिक्षकों के मोबाइल नंबर, प्राचार्य और शिक्षकों की अनुमोदन पत्र संख्या, प्राचार्य और शिक्षकों के फोटो, प्राचार्य और शिक्षकों का पूरा ब्यौरा कॉलेज की वेबसाइट पर है या नहीं, नैक मूल्यांकन की स्थिति।

‘सभी कॉलेजों को सेल्फ फाइनेंस कोर्स का पूरा ब्यौरा देने को कहा गया था। यह आपत्तिजनक है कि सिर्फ 10-12 कॉलेजों ने ही ब्यौरा उपलब्ध कराया है। कॉलेजों को दोबारा नोटिस जारी करके सभी सेल्फ फाइनेंस कोर्स का ब्यौरा निर्धारित फॉर्मेट पर देने को कहा जाएगा। इस बार ब्यौरा न मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।’
प्रो.आरआर यादव
डीन, कॉलेज डेवपलमेंट काउंसिल
 

 

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