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नहीं सुधर रहा चीन, पाक के बाद फिनलैंड को भी लगाया चूना

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के मद्देनजर फिनलैंड ने चीन से 20 लाख सर्जिकल मास्क और दो लाख तीस हजार रेस्पिरेटर मास्क खरीदे थे, लेकिन इसकी खेप पहुंचने के एक ही दिन बाद यह बात सामने आ गई कि इस शिपमेंट में भेजे गए मास्‍क कारगर नहीं हैं।

इनका इस्‍तेमाल अस्‍पतालों में काम कर रहे डॉक्‍टरों, नर्सों और दूसरे स्‍वास्‍थ्‍य कर्मी नहीं कर सकते हैं। इस बात की जानकारी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रवक्ता किर्सी वरहीला ने दी थी। उन्‍होंने यहां तक कहा कि इससे फिनलैंड काफी निराश है।

इससे पहले मंगलवार को फिनलैंड की स्वास्थ्य मंत्री ऐनो-कैसा पेकोनेन ने हवाई अड्डे पर मास्कों की पहली शिपमेंट की एक तस्वीर ट्वीट की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि इन मास्कों का उपयोग करने से पहले ‘जांच और परीक्षण’ किया जाएगा।

 

द गार्डियन के मुताबिक, फिनलैंड के अधिकारियों ने चीन से मंगाए गए मास्कों की गहराई से जांच की थी। जांच में अधिकारियों ने पाया कि मास्क कोरोना वायरस के खिलाफ असरदार साबित नहीं होगें। वे सभी मास्क सुरक्षा के आवश्यक मानकों पर खरे नहीं उतरते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के स्थायी सचिव कीर्ति वरहिला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘बेशक! इस तरह के मास्क मिलना हमारे लिए थोड़ी निराशा की बात थी।’

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री सना मारिन ने कुछ दिन पहले ट्विटर पर कुछ स्थानीय अधिकारियों पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि स्थानीय अधिकारी फिनलैंड में कोरोना वायरस की महामारी संबंधी तैयारियां योजना के मुताबिक नहीं कर रहे हैं। उन्हें अभी तक तीन से छह महीने तक का सुरक्षात्मक उपकरणों का स्टॉक कर लेना चहिए था।’

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