Health News - स्वास्थ्यदस्तक-विशेषफीचर्ड

घबराइए नहीं कोरोना को जानिये


लखनऊ।  पूरी दुनिया में कोरोना का डर फैला हुआ है। कोरोना वायरस को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने महामारी घोषित कर दिया है। भारत में भी इसको लेकर देश के प्रधानमंत्री ने 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया है। लोग-बाग़ इस महामारी को लेकर बेहद घबराये हुए हैं। ऐसे में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इसके लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है। लक्षणों को पहचानकर ही कोरोना वायरस को काबू में किया जा सकता है। सच यह है की हम सबको कोरोना से घबराने से ज्यादा इसके बारे में जानने की जरूरत है। तो आइये जानते हैं कोरोना वायरस को, और इससे सम्बंधित सावधानी रखने के लिए आवश्यक बातों को…..

जानिये क्या हैं कोरोना वायरस?

कोरोना वायरस का मुख्य लक्षण तेज बुखार है। बच्चों और वयस्कों में अगर 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37।7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर 88 फीसदी को बुखार, 68 फीसदी को खांसी और कफ, 38 फीसदी को थकान, 18 फीसदी को सांस लेने में तकलीफ, 14 फीसदी को शरीर और सिर में दर्द, 11 फीसदी को ठंड लगना और 4 फीसदी में डायरिया के लक्षण दिखते हैं। रनिंग नोज यानी नाक बहना कोरोना वायरस का लक्षण नहीं माना जा रहा है।

लक्षण और बचाव के तरीके?

वायरस का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।

कोरोना के लक्षण?

इसके लक्षण फ्लू से मिलते-जुलते हैं। संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है। कुछ मामलों में कोरोना वायरस घातक भी हो सकता है। खास तौर पर अधिक उम्र के लोग और जिन्हें पहले से अस्थमा, डायबिटीज़ और हार्ट की बीमारी है।

क्या हैं इससे बचाव के उपाय?

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कोरोना वायरस से बचने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इनके मुताबिक, हाथों को साबुन से धोना चाहिए। अल्‍कोहल आधारित हैंड रब का इस्‍तेमाल भी किया जा सकता है। खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्‍यू पेपर से ढककर रखें। जिन व्‍यक्तियों में कोल्‍ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें। अंडे और मांस के सेवन से बचें। जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें


पहचान के लिए इन लक्षणों पर गौर करें

-तेज बुखार आना

अगर किसी व्यक्ति को सुखी खांसी के साथ तेज बुखार है तो उसे एक बार जरूर जांच करानी चाहिए। यदि आपका तापमान 99।0 और 99।5 डिग्री फारेनहाइट है तो उसे बुखार नहीं मानेंगे। अगर तापमान 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (37।7 डिग्री सेल्सियस) या इससे ऊपर पहुंचता है तभी यह चिंता का विषय है।

-कफ और सूखी खांसी

पाया गया है कि कोरोना वायरस कफ होता है मगर संक्रमित व्यक्ति को सुखी खांसी आती है।

-सांस लेने में समस्या
कोरोना वायरस से संक्रमित होने के 5 दिनों के अंदर व्यक्ति को सांस लेने में समस्या हो सकती है। सांस लेने की समस्या दरअसल फेफड़ो में फैलते कफ के कारण होती है।

-फ्लू-कोल़्ड जैसे लक्षण

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर कभी-कभी बुखार, खांसी, सांस में दिक्कत के अलावा फ्लू और कोल्ड जैसे लक्षण भी हो सकते हैं।

-डायरिया और उल्टी

कोरोना से संक्रमित लोगों में डायरिया और उल्टी के भी लक्षण देखे गए है। करीब 30 प्रतिशत लोगों में इस तरह के लक्षण पाये गए हैं।

-सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी

बहुत से मामलों में पाया गया है कि कोरोना से संक्रमित लोगों को सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी आती है।

उम्र के अनुसार कोरोना वायरस से मृत्युदर

  1. 9 साल तक के बच्चों में- 0 प्रतिशत
  2. 10-39 वर्ष तक के लोगों में 0.2 प्रतिशत
  3. 40-49 वर्ष तक के लोगों में 0.4 प्रतिशत
  4. 50-59 वर्ष तक के लोगों में 1.3 प्रतिशत
  5. 60-69 वर्ष तक के लोगों में 3.6 प्रतिशत
  6. 60-69 वर्ष तक के लोगों में 3.6 प्रतिशत
  7. 70-79 वर्ष तक के लोगों में 8 प्रतिशत
  8. 80 से ज्यादा वर्ष के लोगों में 14.8 प्रतिशत

Related Articles

Back to top button