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Hyundai लाने वाली है देश की पहली ‘पानी’ से चलने वाली SUV, एक बार में चलेगी 1,000 किमी

देश की पहली प्योर इलेक्ट्रिक कार ह्यूंदै कोना को लॉन्च करने के बाद कंपनी अब एडवांस टेक्नोलॉजी वाली कार लॉन्च करने की तैयारियों में जुट गई है। ह्यूंदै ग्रीन मोबिलिटी में एक कदम आगे बढ़ाते हुए देश की पहली हाइड्रोजन यानी पानी से चलने वाली कार लॉन्च करने की तैयारी कर रही है।

ह्यूंदै अगर इस कार को लॉन्च करता है, तो ये देश की पहली हाइड्रोजन से चलने वाली कार होगी। हाइड्रोजन से चलने वाली कार नेक्सो को लॉन्च करने के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। ह्यूंदै ने हाल ही में 9 जुलाई को देश की पहली प्योर इलेक्ट्रिक एसयूवी कोना लॉन्च की है। 25.3 लाख कीमत वाली कोना सिंगल चार्ज में 450 किमी तक की दूरी तय कर सकती है।

कंपनी के मुताबिक हाइड्रोजन से चलने वाली कार नेक्सो पहले से कोरिया में बिक्री के लिये उपलब्ध है और इसे 2021 तक भारत में लॉन्च किया जाएगा। इसके लिये दिल्ली-एनसीआर में जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने के लिये कंपनियों के साथ पार्टनरशिप करने वाली है।

फिलहाल ह्यूंदै के अलावा कोई और कार कंपनी हाइड्रोजन से चलने वाली फ्यूल-सेल कारें बनाने या लॉन्च करने का एलान नहीं किया है। जैपनीज कार कंपनी टोयोटा ने हाइड्रोजन फ्यूल सेल कार में दिलचस्पी दिखाई है, लेकिन फिलहाल उसका फोकस कम कीमत वाली इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड टेक्नोलॉजी वाली कारें लॉन्च करने पर है। वहीं टाटा मोटर्स ने भी फ्यूल से से चलने वाली बसों को बनाने में दिलचस्पी दिखाई है।

हाइड्रोजन नेक्सो की बात करें, तो इसमें पांच दरवाजे होंगे और यह फाइव सीटर स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल होगी और साइज में यह देश की बेस्ट सेलिंग मिड साइज एसयूवी क्रेटा से लंबी होगी। नेक्सो के ग्लोबल वर्जन में 120kW की मोटर लगी होगी, जो 163 पीएस की पावर देगी। वहीं इसके फ्यूल टैंक में 163 लीटर हाइड्रोजन भरी जा सकेगी।

कोना के मुकाबले नेक्सो की ड्राइविंग रेंज जबरदस्त है। पेट्रोल से चलने वाली एसयूवी के मुकाबले कोना की ड्राइविंग रेंज ज्यादा है। वहीं नेक्सो ने कोना को भी पीछे छोड़ दिया है। नेक्सो की कोरिया में ड्राइविंग रेंज 800 किमी तक है, लेकिन भारत में यह 1000 किमी तक होगी। वहीं भारत सरकार ने भी हाइड्रोजन से चलने वाली गाड़ियों को प्रमोट करने के लिये सकारात्मक रुख दिखाया है। जीएसटी काउंसिल ने भी 28 फीसदी से घटाकर 12 फीसदी कर दिया है।

हाइड्रोजन न केवल रंगहीन और गंधहीन गैस है, वहीं जलने पर यह रंगहीन लौ छोड़ती है। ह्यूंदै की योजना है कि अपने स्वामित्व वाली किआ मोटर्स के साथ मिल कर पूरी दुनिया में इलेक्ट्रिक और हाइड्रोजन वाली कम के कम 18 इकोफ्रेंडली कारें लॉन्च की जाए। इलेक्ट्रिक गाड़ियो की रेंज बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फ्यूल सेल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। कई कमर्शियल प्रोजेक्ट्स में इस टेक्नोलॉजी को प्रयोग करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं।

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