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इरफान पठान ने किया खुलासा बताया, गांगुली मुझे ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर नहीं ले जाना चाहते थे…

नई दिल्ली: 2003-04 में 19 साल की उम्र में इरफान पठान ने ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर अपना डेब्यू किया था। इस तेज गेंदबाज को पूरे जोश और गति के साथ गेंद फेंकते देखना सुखद था। पेस और स्विंग से ही पठान ने स्टीव वॉ और एडम गिलक्रिस्ट जैसे दिग्गज बल्लेबाजों को आउट किया। हाल ही में एक न्यूज चैनल पर इरफान पठान ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए, जब टीम चुनी गई थी तो सौरव गांगुली का रिएक्शन कैसा था।

इरफान पठान ने ‘स्पोर्ट्स तक’ में बताया कि ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर टीम चुनी जाने से पहले गांगुली ने उनसे क्या कहा था। दरअसल, उस दौरान ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड चैंपियन था और वहां किसी भी नए गेंदबाज का जाना कब्रगाह में जाने के समान माना जाता था। उन्होंने कहा कि शायद यही वजह थी कि गांगुली मुझे ले जाने के पक्ष में नहीं थे। 

इसलिए इरफान को नहीं ले जाना चाहते थे गांगुली
उन्होंने कहा, ”ऑस्ट्रेलियाई दौरा सचमुच बहुत कठिन होता है। खासतौर पर जब 19 साल का नया खिलाड़ी वहां जाता है। उसके दिल की धड़कनें तेज हो जाती हैं। मुझे याद है दादा ने मुझे कहा था कि इरफान तुम जानते हो कि मैं तुम्हें नहीं ले जाना चाहता था। चयन समिति की बैठक में मैंने तुम्हें ले जाना अस्वीकार कर दिया था। इसलिए नहीं कि मैंने तुम्हें गेंदबाजी करते देखा था बल्कि इसलिए क्योंकि मैं 19 साल के लड़के इस मुश्किल दौरे पर नही ले जाना चाहता था। लेकिन जब मैंने तुम्हें देखा तो मुझे विश्वास हो गया कि तुम अच्छा परफॉर्म करोगे।”

दादा ने मेरे पूरे करियर में सपोर्ट किया
इरफान ने पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की इस बात के लिए भी प्रशंसा की कि उन्होंने मुझे पूरे करियर में सपोर्ट किया। पठान ने कहा, ”मेरे पूरे करियर में दादा ने मुझे सपोर्ट किया। दादा के बारे में एक अच्छी बात यह है कि यदि वह किसी खिलाड़ी को पसंद करते हैं तो वह उसे पूरी तरह सपोर्ट करते हैं। यदि उन्हें लगता है कि खिलाड़ी टीम के लिए अपना बेस्ट दे रहा है तो वह उसे सपोर्ट करने से पीछे नहीं हटते।”

ऑस्ट्रेलिया में अपने रोड मॉडल से मिले इरफान
उन्होंने कहा, ”जब एक कप्तान किसी युवा खिलाड़ी के पास आकर कहता है तो उसमें आत्मविश्वास आ जाता है। तब आप उनका बहुत सम्मान करने लगते हैं।” ऑस्ट्रेलियन दौरे की अपनी यादों के बारे में पठान ने कहा कि वहां मेरी मुलाकात बचपन के अपने रोल मॉड्ल से हुई। मेरे दो रोल माड्ल रहे हैं-वसीम अकरम और कपिल देव।

इरफान ने कहा, ”वह दौरा यादगार था। उस दौरे पर पहली बार मैं वसीम अकरम से मिला। कपिल देव के बाद वसीम अकरम मेरे रोल मॉड्ल थे। 2003-12 में अपने करियर के दौरान इरफान पठान ने क्रिकेट के तीनों फॉर्मैट में 300 विकेट लिए। इसी साल उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया।’

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