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खेलो इंडिया यूथ गेम्स : महाराष्ट्र ने जीते 85 स्वर्ण, कुल 228 पदकों के साथ पहले स्थान पर

पुणे। खेलो इंडिया यूथ गेम्स (केआईवाईजी)-2019 में मेजबान प्रदेश महाराष्ट्र ने कुल 228 पदक हासिल करते हुए खेलों का अंत पदकतालिका में पहले स्थान के साथ रहते हुए किया। उसके हिस्से 85 स्वर्ण, 62 रजत और 81 कांस्य पदक आए।  आईवाईजी का रविवार को यहां समापन हुआ। महाराष्ट्र के खिलाड़ियों को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर, महाराष्ट्र के खेल मंत्री विनोद तावड़े ने यहां शिव छत्रपति स्पोटर्स कॉम्पलेक्स के बैडमिंटन हॉल में आयोजित समापन समारोह में ट्रॉफी देकर सम्मानित किया।
जावडेकर ने इस मौके पर कहा कि खिलाड़ियों के इस प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री के ‘पांच मिनट और’ के संदेश को सार्थक किया है। साथ ही कहा कि सरकार हर स्कूल में एक घंटे के गेम पीरियड को लाने को लेकर प्रतिबद्ध है।  वहीं, तावड़े ने कहा कि वह ‘सिर्फ पांच मिनट’ नहीं चाहते बल्कि 50 मिनट चाहते हैं। उन्होंने खिलाड़ियों की हौसलाअफजाई भी की।
हरियाणा ने दूसरा, दिल्ली ने तीसरा स्थान हासिल किया
श्री शिव छत्रपति शिवाजी स्पोटर्स कॉम्पलेक्स का बैडमिंटन हॉल खिलाड़ियों से पूरा भरा हुआ था। इस बीच, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) की महानिदेशक नीलम कपूर ने भारत सरकार के केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेड़कर, महाराष्ट्र के खेल मंत्री विनोद तावड़े, महाराष्ट्र सरकार में खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण, खाद्य और औषधि प्रशासन, संसदीय मामलों के राज्य कैबिनेट मंत्रीगिरीश बापट, पुणे की मेयर श्रीमति मुक्ता तिलक, भारत सरकार में खेल सचिव  राहुल भटनागर, महाराष्ट्र सरकार में खेल विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती वंदना कृष्णा, भारतीय खेल प्राधिकरण के उप-महानिदेशक और खेलो इंडिया यूथ गेम्स के सीईओ संदीप प्रधान, महाराष्ट्र में खेल विभाग के आयुक्त एशाएम केंद्रेकर और स्टार स्पोर्ट्स के सीईओ श्री गौतम ठकर का स्वागत किया।
नीलम कपूर ने सभी के प्रयासों का धन्यवाद देते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने सराहनीय प्रयास किया और हजारों स्वंयसेवकों ने इस केआईवाईजी-2019 को सफल बनाया। इन खेलों में तकरीबन 10,000 लोगों ने हिस्सा लिया, जिनमें 5,925 एथलीटों, 1,096 सपोर्ट स्टाफ, 893 तकनीकी अधिकारी, 36 चेफ दे मिशन, 1010 स्वंयसेवक और 1,500 अधिकारी शामिल थे। यह संख्या पिछले साल केआईएसजी-2018 से लगभग दोगुनी है।
अंतिम दिन 15 स्वर्ण पदक दांव पर थे, जिनमें से आठ पदक तीरंदाजी में थे, जहां मेजबान महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा ने दो-दो पदक जीते, दिल्ली और पंजाब ने एक-एक पदक जीते। हरियाणा ने महिलाओं के अंडर-21 वर्ग के फाइनल में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। यह हरियाणा का हॉकी में तीसरा स्वर्ण है जबकि उत्तर प्रदेश, बंगाल, तमिलनाडु और केरल ने वॉलीबाल में एक-एक  स्वर्ण पदक अपने नाम किए। टेबल टेनिस में गुजरात के मानुश शाह ने अंडर-21 वर्ग में स्वर्ण अपने नाम किया जबकि सुरभि पटवारी ने महिलाओं के अंडर-21 वर्ग में सोने का तमगा हासिल किया।

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