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Metro: 3 कोच की मेट्रो में सफर कर सकेंगे लगभग 300 लोग, चल रही तैयारी

नई दिल्ली: सबकुछ ठीक रहा तो अगले कुछ सालों में दिल्ली में लाइट मेट्रो से सफर का सपना साकार होगा। रिठाला-नरेला मेट्रो लाइट कॉरिडोर के अलावा कीर्ति नगर-द्वारका कॉरिडोर की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) भी दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) तैयार कर मंजूरी के लिए दिल्ली सरकार के पास भेज चुका है। रिठाला-नरेला कॉरिडोर फेज चार का हिस्सा है। पहले रिठाला से नरेला के बीच मेट्रो कॉरिडोर बनना था, लेकिन उस इलाके में अभी ज्यादा आबादी नहीं है। इसके मद्देनजर अब रिठाला से नरेला के बीच मेट्रो लाइट कॉरिडोर बनाने का फैसला किया गया है, जिसकी लंबाई 21.7 किलोमीटर होगी। इसके निर्माण पर मेट्रो कॉरिडोर के मुकाबले 50 फीसद कम खर्च आएगा।

केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के निर्देश पर डीएमआरसी ने कीर्ति नगर से द्वारका के बीच मेट्रो लाइट कॉरिडोर के निर्माण के लिए डीपीआर तैयार कर पिछले माह मंजूरी के लिए दिल्ली सरकार के पास भेजी है।

इस कॉरिडोर की लंबाई करीब 19 किलोमीटर होगी, इस पर करीब 21 स्टेशन बनेंगे। इसके निर्माण पर करीब 3084.89 करोड़ रुपया खर्च आएगा और वर्ष 2024 तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य है।

यह कॉरिडोर कीर्ति नगर से मायापुरी इंडस्ट्रियल एरिया, तिहाड़ लाजवंती चौक, सागरपुर, डाबड़ी मोड़, महावीर एंक्लेव, द्वारका सेक्टर-दो, सेक्टर-23, द्वारका ईसीसी (एग्जिविशन कम कंवेंशन सेंटर) द्वारका व बामनौली को जोड़ेगा। डीएमआरसी का कहना है कि डीपीआर को मंजूरी मिलने के बाद ही आगे की प्रक्रिया पूरी होगी। मेट्रो लाइट में तीन कोच का इस्तेमाल होता है, जिसमें करीब 300 लोग सफर कर सकेंगे।

जानिए- लाइट मेट्रो के बारे में

लाइट मेट्रो अन्य मेट्रो की तुलना में कम खर्चीली होती है।
लाइट मेट्रो के स्टेशन तुलनात्मक रूप से काफी छोटे होते हैं
अन्य मेट्रो की तुलना में लाइट मेट्रो में यात्रियों को ढोने की झमता काफी कम होती है।
मेट्रो के मुकाबले में लाइन मेट्रो के निर्माण में 50 फीसद का कम खर्च आता है।
आने वाले समय में दिल्ली के अलावा, चेन्नई, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज और झांसी समेत यूपी के कई शहरों में लाइट मेट्रो दौड़ती नजर आएगी।

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