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सरकार की भूल थी अचानक पूरे देश में लॉकडाउन करना : जितिन प्रसाद

कहा, आजादी के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में हुआ पलायन,फेल था लॉकडाउन

लखनऊ: पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा है कि आजादी के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में पयालन हुआ है। भारी संख्या में उत्तर प्रदेश के भाई बहन जो दूसरे प्रांतों में मेनहत मजदूरी करके अपना जीवनयापन करते हैं उन्हे घर लौटने पर मजबूर होना पड़ा। उनके लिए सरकार ने कोई व्यवस्था नहीं की। सरकार ने अचानक पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया ये सरकार की सबसे बड़ी भूल है। देश में इतनी बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों के होने के बाद भी लॉक डाउन करने से पहले उनके बारे मे नही सोचा। लॉकडाउन करने का जो उद्देश्य था वह पूर्ण रूप से फेल हो गया। उपरोक्त बातें जितिन प्रसाद ने शाहजहांपुर स्थित अपने आवास पर की गयी एक प्रेस कांफ्रेंस में कहीं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद को राहुल गांधी का बेहद करीबी माना जाता है।

पूर्व मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पर दर्ज मुकदमा वापस लेने और उनको रिहा करने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी ने प्रवासी मजदूरों के लिए बसे दी लेकिन सरकार ने लेने से मना कर दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार इतनी बड़ी संख्या में देश मे पलायन हुआ है। सरकार का लॉक डाउन का फैसला करने का सही समय नही था।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की गिरफ्तारी पर सरकार को जवाब देना होगा: जितिन

सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए जो लोग प्रवासी मजदूरों की सहायता करने के लिए आगे आए चाहे प्रियंका गांधी ने बसो के लिए कहा हो, कांग्रेस ने प्रवासी मजदूरों के लिए खाने के लाए कैंप लगाए ये देखकर सरकार घबरा गई। सरकार ने ऐसा रवैया अपनाया ऐसा षडयंत्र रचा हमारे प्रदेश अध्यक्ष को उन्होंने गिरफ्तार कर लिया। सरकार को जवाब देना होगा। इतनी बड़ी मानसिक प्रताड़ना उनकी हुइ। शारिरिक प्रताड़ित भी की। बच्चे बूढ़े भाई बहन इतनी बड़ी संख्या मे नंगे पैर कई किलोमीटर पैदल चलकर आए। उनकी सहायता के लिए उनके घाव पर मलहम लगाने के लिए आगे आना चाहिए।

कहा, अपनी भूल छिपाने के लिए सरकार ने की कार्रवाई

जितिन प्रसाद ने कहा कि बड़ा मुद्दा है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पर दर्ज मुकदमा वापस लेना चहिए। उनकी तत्काल रिहाई होनी चाहिए। इसके लिए वह राष्ट्रपति को ज्ञापन भी भेज रहे हैं। उन्होंने कोई अपराध नही किया है। उनका कहना है कि प्रवासी मजदूरों की जो सहायता सरकार को करना चाहिए थी। वह मदद हमने की है। अपनी भूल को छिपाने के लिए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष को जेल भिजवा दिया। न्यायपालिका से हम तो गुहार लगाएंगे और साथ ही हमे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा भी है। हमे वहां से न्याय जरूर मिलेगा।

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