दिल्लीफीचर्डराज्य

आम बजटः दिल्ली-एनसीआर की सबसे बड़ी उम्मीद को लगा बड़ा झटका

गौतमबुद्ध नगर खासतौर से ग्रेटर नोएडा के लिए अहम इस परियोजना के लिए केंद्रीय बजट में कोई घोषणा नहीं हुई।

नोएडा। दिल्ली-एनसीआर में बोड़ाकी रेलवे स्टेशन के उच्चीकरण की उम्मीद को एक बार फिर केंद्रीय बजट में जोरदार झटका लगा है। गौतमबुद्ध नगर खासतौर से ग्रेटर नोएडा के लिए अहम इस परियोजना के लिए केंद्रीय बजट में कोई घोषणा नहीं हुई। करीब डेढ़ दशक से परियोजना की फाइल रेलवे के पास अटकी हुई है। जिले के विकास के लिए यह परियोजना काफी अहम है। औद्योगिक जिला गौतमबुद्ध नगर आज भी रेलवे से पूरी तरह से नहीं जुड़ सका है। ग्रेटर नोएडा के विकसित होने पर प्राधिकरण ने इस स्टेशन को आदर्श व अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से विकसित करने की योजना तैयार की थी।

स्टेशन पर आधुनिक सुविधाओं के साथ ही लंबी दूरी की एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेन के ठहराव की योजना तैयार की गई। प्राधिकरण ने आसपास की करीब ढाई सौ एकड़ जमीन को भी परियोजना के लिए अधिग्रहीत किया। स्टेशन का प्रस्ताव 2004 में रेलवे मंत्रालय को भेजा गया। लेकिन आज तक इस प्रस्ताव को रेलवे से मंजूरी नहीं मिली है। पूर्वी व पश्चिमी फ्रेट कॉरिडोर परियोजना एवं दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रीयल कॉरीडोर परियोजना के बाद बोड़ाकी रेलवे स्टेशन की योजना को गति मिलने की उम्मीद बढ़ी। डीएमआइसी के विकास के साथ क्षेत्र में लॉजिस्टिक व ट्रांसपोर्ट हब विकसित होंगे।

इस बजट में इसके लिए घोषणा होने की उम्मीद क्षेत्र के लोग लगाए बैठे थे। लेकिन केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक बार फिर इस परियोजना के लिए अपनी झोली न खोलकर क्षेत्र के विकास व लोगों के अपेक्षाओं की अनेदखी की है। दिल्ली हावड़ा रेल मार्ग के मारीपत, दादरी, बोड़ाकी, अजायबपुर, दनकौर रेलवे स्टेशन जिले में पड़ते हैं। प्रतिदिन सैकड़ों दैनिक यात्री इन स्टेशनों से दिल्ली एनसीआर के शहरों का रुख करते हैं। वर्षों से जिले में लंबी दूरी की एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेन के ठहराव की मांग चल रही है।

डा. आनंद आर्य का कहना है कि केंद्रीय बजट में गौतमबुद्ध नगर की अनदेखी हुई है। जिले में रेल सुविधाओं का इजाफा होना चाहिए था। बोड़ाकी रेलवे स्टेशन के साथ ही दादरी में लंबी दूरी की ट्रेन के ठहराव की घोषणा न होना निराशाजनक है। मुकेश शर्मा का कहना है कि गौतमबुद्ध नगर अर्थव्यवस्था के नजरिये से अहम शहर है। देशभर के लोग इन शहरों में रह रहे हैं। बोड़ाकी रेलवे स्टेशन व लंबी दूरी की ट्रेन के ठहराव की घोषणा से उन्हें काफी फायदा होता। 

Related Articles

Back to top button